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40% इथेनॉल और 60% इलेक्ट्रिक एनर्जी से दौड़ेगी Toyota की यह Innova Flex Fuel कार

हमें फॉलो करें 40% इथेनॉल और 60% इलेक्ट्रिक एनर्जी से दौड़ेगी Toyota की यह Innova Flex Fuel कार
, मंगलवार, 29 अगस्त 2023 (18:25 IST)
Toyota Innova HyCross  : भारत अब ईंधन के अन्य विकल्पों की तरफ तेजी से बढ़ रही है। इसी बीच Toyota  ने दुनिया की पहली flex-fuel ethanol-powered कार को दुनिया के सामने पेश किया। अभी इसका प्रोटोटाइप का अनावरण किया गया है। कार में न सिर्फ बेहतरीन माइलेज मिलेगा बल्कि इससे प्रदूषण भी कम होगा।
 
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने बॉयो ईंधन और इलेक्ट्रिक दोनों ईंधन का सपोर्ट करने वाले दुनिया के पहले बीएस 6 (स्टेज2) इलेक्ट्रिफॅाइड फ्लेक्स ईंधन वाहन के प्रोटोटाइप का आज यहां अनावरण किया।
 
केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, केन्द्रीय भारी उद्योग मंत्री महेन्द्र नाथ पांडेय और पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने किर्लोस्कर सिस्ट्म्स प्राइवेट लिमिटेड की अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक गीताजंली किर्लोस्कर और टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम योशिमुरा की मौजूदगी में आज यहां इस वाहन का अनावरण किया। 
 
कार में जो इंजन लगा है वह 60 प्रतिशत इलेक्ट्रिक से और 40 प्रतिशत ईथेनॉल से चलेगा। कंपनी ने इस इंजन में भारत की जरूरतों के अनुरूप कई बदलाव किए हैं जैसे शून्य से 15 डिग्री कम तापमान में भी इंजन के स्टार्ट होना भी शामिल है। 
 
नितिन गडकरी ने कहा कि देश में शीघ्र ही इथेनॉल से चलने वाले दोपहिया और तिपहिया वाहन भी लॉन्च होने वाले हैं। उन्होंने तेल विपणन कंपनियों से इथेनॉल पंप शुरू करने की अपील करते हुए कहा कि इससे चलने वाले वाहन बनाने के लिए कंपनियां तैयार है। 
 
उन्होंने कहा कि अभी पेट्रोल में 11.75 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण हो रहा है जिसे बढ़ाकर 20 प्रतिशत करने की दिशा में बढ़ना है। अब देश में इथेनॉल सिर्फ गन्ना से ही नहीं बल्कि चावल, मक्का और दूसरे अनाज से भी बनाया जा रहा है। 
 
इससे न सिर्फ आयात बिल कम होगा बल्कि देश के किसानों की आय भी बढेगी। अब किसानों द्वारा पैदावार किये जाने वाले उत्पादनों से ईथेनॉल बनाने का काम जोर पकड़ रहा है।
 
उन्होंने कहा कि अभी भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाजार है और शीघ्र ही भारत एक नंबर पर आ जाएगा। 2014 में 7वें नंबर पर था और उस समय यह उद्योग 4.5 लाख करोड़ रुपए था जो अभी 12 लाख करोड़ रुपए का हो गया है।
 
योशिमुरा ने कहा कि अभी इस इंजन में भारत की जरूरत के अनुरूप बदलाव किये जा चुके हैं और अब इस इंजन के परीक्षण की प्रक्रिया शुरू होने वाली है। इससे न सिर्फ प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी बल्कि बेहतर माइलेज भी मिलेगा। Edited By : Sudhir Sharma

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