गाजा सिटी। हमास और इसराइल के बीच जारी संघर्ष के कारण फलस्तीन के लोगों के लिए मातम के साथ रमजान के पवित्र महीने का समापन हुआ है। यह संघर्ष ऐसे वक्त चल रहा है जब मुस्लिमों के लिए रमजान का पवित्र महीना खत्म होने के बाद ईद मनाई जा रही है।
वर्ष 2002 में फलस्तीनी विद्रोह के बाद से पहली बार इसराइल में भी बड़े स्तर पर हिंसा छिड़ गई है। कई शहरों में अरब और यहूदियों की भीड़ सड़कों पर आकर उपद्रव कर रही है, लोगों से बुरी तरह मारपीट कर रही है। भीड़ ने कई वाहनों में भी आग लगा दी। हिंसा के कारण देश के मुख्य हवाई अड्डे से उड़ानें भी निलंबित कर दी गई हैं।
इसराइल और गाजा के हमास शासकों के बीच संघर्ष 2014 की जंग से भी बड़े स्तर पर फैल चुका है। पहले संघर्ष फलस्तीन क्षेत्र और सीमा पर बसे इसराइली समुदायों वाले इलाके तक सीमित था लेकिन इस बार यह लड़ाई यरुशलम में शुरू हुई है।
बहरहाल, हमास और इसराइल के बीच जारी हवाई हमले से गाजा के लोगों की तकलीफ और बढ़ गई है। सोमवार को रॉकेट दागे जाने के बाद से इसराइल ने गाजा सिटी में तीन बहुमंजिला इमारतों को गिरा दिया, जिसमें हमास के भी दफ्तर थे।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 17 बच्चों और सात महिलाओं समेत 83 फलस्तीनियों की मौत हुई है और 480 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं। इस्लामी जेहादियों ने सात उग्रवादियों के मारे जाने की पुष्टि की है। वर्ष 2007 में प्रतिद्वंद्वी फलस्तीनी बल से गाजा में सत्ता हासिल करने वाले इस्लामी उग्रवादी समूह हमास ने स्वीकार किया है कि उसके एक शीर्ष कमांडर और कई अन्य सदस्यों की मौत हुई है।
वहीं इसराइल ने कहा है कि हमास ने जितने लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है उससे ज्यादा की मौत हुई है।
इसराइल में भी सात लोगों की मौत हुई है। टैंक रोधी मिसाइल के हमले में एक सैनिक की मौत हो गई और रॉकेट के हमले में छह वर्षीय बच्चे की भी मृत्यु हो गई।
यह संघर्ष ऐसे वक्त चल रहा है जब मुस्लिमों के लिए रमजान का पवित्र महीना खत्म होने के बाद ईद मनाई जा रही है। हमास ने लोगों से खुले स्थान के बजाए अपने घरों के भीतर ही या निकटवर्ती मस्जिदों में ईद की नमाज अदा करने का आग्रह किया है।
गाजा सिटी के निवासी हसन अबू शबन ने नमाज के बाद लोगों का मुंह मीठा कर गम कुछ हल्का करने की कोशिश की लेकिन यह माना कि इस बार ईद मनाने का माहौल नहीं है।उन्होंने कहा, लगातार हवाई हमले हो रहे हैं, हर तरफ तबाही है। ऊपर वाला सबको सलामत रखे।(भाषा)