Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

नवनीत राणा से 'दुश्मनी', गरीबों के रॉबिनहुड, कौन हैं बच्चू कड्डू

अमित शाह की रैली को लेकर भी हुआ विवाद

हमें फॉलो करें नवनीत राणा से 'दुश्मनी', गरीबों के रॉबिनहुड, कौन हैं बच्चू कड्डू

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, बुधवार, 24 अप्रैल 2024 (18:05 IST)
bachchu kadu vs navneet rana : प्रहार जनशक्ति पार्टी के विधायक बच्चू कडू सियासी गलियारों में चर्चाओं में अमरावती में केंद्रीय मंत्री अमित शाह और प्रहार पार्टी के नेता और विधायक बच्चू कडू की रैली स्थल को लेकर भी विवाद सामने आया था। जानिए कौन हैं विधायक बच्चू कडू। 
गरीबों के रॉबिनहुड : महाराष्ट्र के अमरावती जिले के अचलपुर तहसील के विधायक ओमप्रकाश बाबूराव कडू उर्फ बच्चू कडू अपने दबंगगई और इंसाफ के लिए जाने जाते है। कभी शिवसेना में बतौर कार्यकर्ता रहे बच्चू कडू पिछले 12 सालों से निर्दलीय विधायक हैं। विधायक बनने के बाद उन्होंने प्रहार जनशक्ति पार्टी की स्थापना की।
 
46 वर्ष के बच्चु कडू खुद को गरीबों का मसीहा समझते हैं और अपने समर्थकों के बीच रॉबिनहुड के नाम से मशहूर हैं। पीजेपी ने 2019 में उद्धव ठाकरे नीत महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार को समर्थन दिया था। 
 
हालांकि जून 2022 में शिवसेना के विभाजन के बाद वे एकनाथ शिंदे नीत खेमे के साथ चले गए। उनकी प्रहार जनशक्ति पार्टी सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा हैं। उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव में भी उतरी है। कड्डू विकलांगों को परेशान करने वाले अधिकारियों की धुनाई भी कर चुके हैं।
राणा दंपत्ति से दुश्मनी : राणा दंपत्ति और बच्चू कडू एक दूसरे की आलोचना करने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं। कडू ने राणा की उम्मीदवारी का विरोध किया था। अमरावती में रैली की जगह को लेकर भाजपा ने अपना दावा किया था वहीं और कहा था कि उसने यह मैदान बुक किया था। वहीं कडू का दावा है कि ये ग्राउंड उनकी पार्टी द्वारा बुक किया गया था। 
नवनीत राणा के लिए अमित शाह रैली करने वाले थे। अमित शाह ने आज नवनीत राणा के लिए अमरावती में रैली की। प्रचार के आखिरी चरण में यहां साइंसकोर ग्राउंड बुक कराने को लेकर भाजपा और प्रहार पार्टी के बीच टकराव से पहले उनकी कई बार राणा दंपत्ति से भी झड़प हो चुकी है। Edited by : Sudheer Sharma

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

Video : नितिन गडकरी मंच पर बेहोश होकर गिरे, यवतमाल में दे रहे थे चुनावी भाषण