नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने सोमवार को कहा कि अल्पसंख्यकों में डर का नहीं, बल्कि विश्वास का माहौल कायम हुआ है और मोदी सरकार शिक्षा तथा रोजगार के अवसर प्रदान करके अल्पसंख्यकों के सशक्तीकरण पर ध्यान केंद्रित कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि विलाप मंडली के दुष्प्रचार की कोशिश करने वाले कभी सफल नहीं होंगे।
नकवी ने सोमवार को अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय में कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। रविवार को मंत्रिपरिषद के विस्तार में उन्हें अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय में स्वतंत्र प्रभार के मंत्री से दर्जा बढाते हुए कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। इस अवसर पर डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने अल्पसंख्यक कार्य राज्यमंत्री के रूप में पदभार ग्रहण किया।
उन्होंने कहा कि हमारा ध्येय अल्पसंख्यकों का तुष्टिकरण नहीं, बल्कि उनका सशक्तीकरण है और हमारी सरकार इस दिशा में प्रतिबद्धता से काम कर रही है। अल्पसंख्यकों में डर का कोई माहौल नहीं है, जैसा कि दुष्प्रचार किया जा रहा है। सरकार के प्रयासों से अल्पसंख्यकों में विश्वास का माहौल कायम हुआ है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एक 'विलाप मंडली' है और वह इस तरह का दुष्प्रचार कर रही है। उन्होंने दावा किया कि अल्पसंख्यकों को सरकार की ओर से उनके उत्थान के लिए शुरू की गई गए योजनाओं एवं किए गए कार्यों पर पूरा विश्वास है। नकवी ने हालांकि किसी का नाम नहीं लिया।
उन्होंने आरोप लगाया कि आपने देखा होगा कि जब वे उत्तरप्रदेश एवं अन्य राज्यों में चुनाव हार गए तब उन्होंने ईवीएम मशीन पर आरोप लगाया। नोटबंदी के समय में उन्होंने इसी तरह का दुष्प्रचार फैलाने का काम किया। तीन तलाक के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में नकवी ने कहा कि इसका धर्म से कोई लेना-देना नहीं है, बल्कि यह सामाजिक बुराई है। (भाषा)