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इंदौर लोकसभा सीट पर भाजपा और कांग्रेस में वोटिंग बनाम नोटा की दिलचस्प सियासी जंग

हमें फॉलो करें इंदौर लोकसभा सीट पर भाजपा और कांग्रेस में वोटिंग बनाम नोटा की दिलचस्प सियासी जंग

विकास सिंह

, बुधवार, 8 मई 2024 (14:06 IST)
भोपाल। मध्यप्रदेश मे चौथे चरण के लोकसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार तेज होने साथ सियासी दल मतदान को लेकर रणनीति बनाने में जुट गए है । प्रदेश में पहले दो चरणों की अपेक्षा तीसरे चरण में अच्छा मतदान होने के बाद अब भाजपा ने चौथे चरण के चुनाव वाली सीटों पर फोकस कर दिया। चौथे चरण में भाजपा चुनावी नजरिए से सबसे सुरक्षित सीट इंदौर सीट पर मतदान बढ़ाने को लेकर फोकस कर रही है।

इंदौर में वोटिंग पर पीएम मोदी की चिंता-प्रदेश की हाईप्रोफाइल सीट इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी के भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस चुनावी रेस से बाहर हो गई है। ऐसे में भाजपा प्रत्याशी और मौजूदा सांसद शंकर लालवानी को एक तरह से वॉकओवर मिल गया है। हलांकि कांग्रेस के चुनावी मैदान से हटने के बाद वोटर्स के उदासीन होने का अंदेशा जताया जाने लगा औऱ संभावना है कि वोटर्स उतनी संख्या में वोट डालने पोलिंग बूथ पर नहीं पहुंचे।

बुधवार को धार और खरगौन में चुनावी सभा करने इंदौर की ट्रांजिट विजिट पर आए पीएम मोदी ने भी यहीं सवाल इंदौर के भाजपा नेताओं से पूछा। प्रधानमंत्री ने लोकसभा संयोजक, सह संयोजकों से पूछा कि लोग कह रहे है कि इंदौर में ज्यादा वोटिंग नहीं होगी। इस पर संगठन के नेताओं ने कहा कि पार्टी के बूथ कार्यकर्ता घर-घर जाकर संपर्क करने के साथ वोट करने की अपील कर रहे है।

वोटिंग बढ़ाने पर भाजपा का फोकस- इंदौर में 13 मई को होने वाली वोटिंग पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नजर रखने से अब भाजपा ने अपना पूरा फोकस इंदौर पर कर दिया है। भाजपा इंदौर में किस तरह वोटिंग बढ़ाने पर फोकस कर रही है, इस पर इंदौर से आने वाले भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा 'वेबदुनिया' से कहते है किं इंदौर में वोटिंग बढ़ाने को लेकर पार्टी ने विशेष कार्ययोजना बनाई है। पार्टी ने बूथ इकाईयों के साथ पन्ना प्रमुखों और पन्ना समितियों को मतदान प्रतिशत बढ़ाने को लेकर टारगेट दिया है। इसके लिए बूथ स्तर पर संपर्क अभियान चलाने के साथ मतदान के दिन वोटर्स को पोलिंग बूथ पर ले जाने के लिए कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया है। मंगलवार को ऐसे प्रशिक्षण शिविरा राउ, इंदौर शहर में आयोजित किए गए।

इंदौर में कांग्रेस का नोटा को वोट कैंपेन- इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय बम के भाजपा में शामिल होने के बाद अब कांग्रेस चुनावी रेस से बाहर है, ऐसे में कांग्रेस ने इंदौर के लोगों से चुनाव नोटा का बटन दबाने की अपील की है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी  जो खुद इंदौर से ही आते है, उन्होंने इंदौर के नेताओं के साथ बैठक कर नोटा के लिए अधिक से अधिक प्रचार करने के निर्देश दिए। जीतू पटवारी ने कहा कि भाजपा ने कांग्रेस के प्रत्याशी अक्षय कांति बम का अपहरण किया है। हमें यह बात लोगों तक पहुंचानी होगी कि भाजपा ने लोकतंत्र की हत्या का प्रयास किया है और उनके अधिकारों को छीनने की कोशिश की है। इंदौर की 85 फीसदी जनता इससे नाराज है और और चुनाव में भाजपा को सबक सिखाएगी।

कांग्रेस के नोटा पर वोट कैंपेन को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के मीडिया सलाहकार केके मिश्रा 'वेबदुनिया' से बातचीत में कहते हैं कि इंदौर में भाजपा ने काले धन के उपयोग से लोकतंत्र की हत्या करने के बाद 27 लाख लोगों के वोट करने के अधिकार को छीना  है। इसके विरोध में कांग्रेस पार्टी ने नोटा के उपयोग करने का विकल्प अपनाया है और इसको लेकर पार्टी सोशल मीडिया पर कैंपेन भी लॉन्च कर रही है।

वहीं कांग्रेस के नोटा कैंपेन पर पलटवार करते हुए भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र सूलजा कहते हैं कि कांग्रेस लोकतंत्र के पर्व का मजाक उड़ा रही है। पहले तो इंदौर में उनके प्रत्याशी ने नामांकन वापस ले लिया वहीं अब कांग्रेस इंदौर से लड़ रहे 14 अन्य निर्दलीय उम्मीदवारों में से किसी एक को समर्थन करना चाहिए जैसा उसने खजुराहो में फारवर्ड ब्लॉक के उम्मीदवार को अपना समर्थन देकर किया था। वह आगे कहते हैं कि कांग्रेस का नोटा पर वोट करने का कैंपेन चलाकर एक तरह से लोगों वोट बर्बाद करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है क्यों नोटा के वोट को रद्द वोट की श्रेणी में रखा जाता है।  


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