Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

Maharashtra में शिवसेना नेता पर थाने में हमला मामला, विपक्ष ने साधा CM एकनाथ शिंदे पर निशाना

उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिए उच्चस्तरीय जांच के आदेश

हमें फॉलो करें Maharashtra में शिवसेना नेता पर थाने में हमला मामला, विपक्ष ने साधा CM एकनाथ शिंदे पर निशाना

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

मुंबई , शनिवार, 3 फ़रवरी 2024 (16:55 IST)
Case of attack on Shiv Sena leader in police station in Maharashtra : महाराष्ट्र में ठाणे जिले में भूमि विवाद को लेकर भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक द्वारा शिवसेना के एक नेता को गोली मारकर घायल किए जाने के बाद राज्य में विपक्षी दलों ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के इस्तीफे की शनिवार को मांग की। भाजपा और शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा हैं।
 
कांग्रेस ने दावा किया कि यह घटना राज्य में कानून-व्यवस्था के खराब होने की ओर इशारा करती है, जबकि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) ने कहा कि इसके लिए शिंदे जिम्मेदार हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार ने इसे चिंताजनक बताया और कहा कि सत्ता के दुरुपयोग की भी एक सीमा होती है।
 
उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया को बताया कि उन्होंने गोलीबारी की घटना की एक उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं, जबकि उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधियों का कानून को अपने हाथ में लेना गलत है।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त दत्तात्रेय शिंदे ने मीडिया को बताया कि कल्याण से भाजपा के विधायक गणपत गायकवाड़ ने शुक्रवार रात ठाणे जिले के उल्हासनगर में एक पुलिस थाने के अंदर कल्याण के शिवसेना प्रमुख महेश गायकवाड़ पर गोली चला दी। उल्हासनगर कल्याण संसदीय क्षेत्र में आता है, जिसका प्रतिनिधित्व वर्तमान में मुख्यमंत्री शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे करते हैं।
गणपत गायकवाड़ ने अपनी गिरफ्तारी से पहले एक समाचार चैनल से फोन पर बात करते हुए आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री शिंदे महाराष्ट्र में अपराधियों का साम्राज्य स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने गोलीबारी को बेहद गंभीर और चिंताजनक बताया।
 
चव्हाण ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि उल्हासनगर के हिल लाइन पुलिस थाने की घटना न केवल कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती है, बल्कि न्याय प्रदान करने में राज्य सरकार की विश्वसनीयता और जिम्मेदारी पर भी सवालिया निशान लगाती है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour


Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

Paytm पर RBI का शिकंजा, अब यूजर्स का क्या होगा, सारे सवालों का जवाब