ई-टिकट सेवा जन साधारण तक पहुँची

Webdunia
बुधवार, 11 जुलाई 2007 (14:17 IST)
इंटरनेट से रेलवे के आरक्षित टिकट बुक कराने की सेवा अब अपना सफर तय करते- करते जनता जनार्दन के द्वार तक पहुँच गई है, जबकि एक समय सीमित लोग ही इसका उपयोग किया करते थे।

रेलवे के हाल ही के आँकड़ों के अनुसार इंटरनेट पर बिके कुल टिकटों में निचली श्रेणी के टिकटों का प्रतिशत आधा से भी ज्यादा हो गया है।

जब रेलवे टिकटों की बिक्री के लिए टिकटिंग सेवा की शुरुआत हुई तो 90 प्रतिशत टिकट वातानुकूलित (उच्च) श्रेणियों के बिकते थे। बाद में यह प्रतिशत गिरकर 80 और 70 होते हुए पिछले वर्ष 60 प्रतिशत तक पहुँच गया।

वर्ष 2006-07 में इंटरनेट पर कुल 68 लाख टिकट बिके थे। इनमें उच्च श्रेणी के टिकट 60 प्रतिशत थे तो आम जनता की श्रेणी कहे जाने वाले शयनयान श्रेणी (स्लीपर क्लास) का टिकटों का हिस्सा 40 प्रतिशत था।

चालू वित्तवर्ष 2007-08 के शुरुआती तीन महीने के जारी आँकड़ों के अनुसार इस दौरान कुल 29 लाख टिकट इंटरनेट के मार्फत बिके, जिनमें से 60 प्रतिशत टिकट स्लीपर क्लास के थे जबकि मात्र 40 प्रतिशत टिकट उच्च श्रेणी के।
Show comments

जरूर पढ़ें

बांग्लादेश में कई हिंदू मंदिरों पर हुआ हमला, भारत ने जताई चिंता, सरकार से की यह मांग

क्या महाराष्ट्र में सरप्राइज देगी BJP, एकनाथ शिंदे डिप्टी CM बनने को तैयार

अडाणी की 11 कंपनियों में से 5 के शेयरों में तूफानी तेजी, 8 दिन में बदल गए हालात, 15 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी

हेमंत सोरेन ने झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, INDIA की 10 पार्टियों के नेता मौजूद रहे

Honda Activa e की इंट्री, Ola, Ather, TVS और Bajaj की उड़ी नींद, फीचर्स से मचा देगी धमाल

सभी देखें

नवीनतम

बांग्लादेश में कसा चिन्मय कृष्ण दास पर शिकंजा, बैंक खाते से लेन-देन पर रोक

ऑडिट में खुलासा, BMW जैसी महंगी कारों के मालिक ले रहे सामाजिक पेंशन योजना का लाभ

EPFO 3.0 में होंगे बड़े बदलाव, ATM से निकाल सकेंगे PF का पैसा, क्या क्या बदलेगा?

सागर में भाजपा विधायक की बेटी से मारपीट, जान से मारने की दी धमकी

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के जर्मनी दौरे से निवेश का नया अध्याय प्रारंभ, एसीईडीएस को भोपाल में भूमि आवंटन पत्र जारी किया