इंग्लैंड के तेज गेंदबाज टिम ब्रेसनन ने कहा कि भारत की पिचों से तेज गेंदबाजों को बहुत कम या न के बराबर मदद मिल रही जिससे वह और टीम के अन्य गेंदबाज मौजूदा वनडे श्रृंखला में विपक्षी बल्लेबाजों का ध्यान भंग करने का प्रयास करेंगे।
इंग्लैंड की तेज गेंदबाजों को जुलाई अगस्त में भारत के यहां के दौरे पर खेलना लगभग असंभव लग रहा था लेकिन भारतीय सरजमीं पर मौजूदा श्रृंखला में वे शुरुआती दो वनडे गंवा चुके हैं।
ब्रेसनन ने कहा कि जब तेज गेंदबाजों को पिचों से उछाल नहीं मिलेगा तो विपक्षी टीम के बल्लेबाजों का ध्यान भंग करने के लिए छींटाकशी हो सकती है।
ब्रेसनन ने ‘द डेली टेलीग्राफ’ से कहा कि यह खेल का हिस्सा है। तेज गेंदबाजी इकाई के रूप में हम उन्हें डराने के लिए गेंद का इस्तेमाल नहीं कर सकते जैसा हम भारत में करना चाहते थे क्योंकि यहां इतना उछाल नहीं मिल रहा है। इसलिए हमें बल्लेबाजों की एकाग्रता को भंग करने के लिए अन्य चीजें करनी पड़ेगी जिसमें कुछ शब्द बोलना या फिर घूरना शामिल है।
उन्होंने कहा कि यह खेल का हिस्सा है। कोई भी इस पर इतना ध्यान नहीं देता। भारतीय बोर्ड की फ्लाइट में हम सभी एक ही हवाई जहाज पर होंगे, एयरपोर्ट पर भी एक साथ होंगे और सभी आपस में बातचीत भी करेंगे। लेकिन जब आप मैदान में घुसते हो तो यह दोस्ताना नहीं रहता और खेल के शीर्ष स्तर पर ऐसा ही होता है।
उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से वे यहां अधिक सहज महसूस करते हैं । मुझे लगता है कि यह बहुत बड़ी चीज होती है। इसके अलावा हम उन्हें हराने के लिये अच्छा खेल भी नहीं खेल पाए हैं।
ब्रेसनन ने कहा कि भारतीय पिचों पर सटीक लाइन एवं लेथ अहम है क्योंकि बल्लेबाज किसी भी खराब गेंद पर शाट जमा सकते हैं। आपको अपनी बेसिक्स पर ध्यान रखना होगा। लाइन एंव लेंथ में छोटी सी भी गलती पर आपको इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। (भाषा)