बिहार विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत के साथ NDA की सत्ता में वापसी हो रही है। अब तक रुझान और नतीजे बता रहे है कि NDA गठबंधन बिहार में 160 से अधिक सीटों पर जीत हासिल करती हुई दिख रही है। विधानसभा चुनाव के नतीजें बता रहे है भाजपा और जेडीयू बिहार में पहले औऱ दूसरी नंबर की पार्टी बन रही है। वहीं आरजेडी तीसरे नंबर की पार्टी बन गई है। जबकि चुनाव नतीजों के मुताबिक राज्य में 61 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा।
बिहार विधानसभा चुनाव के अब तक नतीजे और रूझान बता रहे है कि NDA राज्य में दो तिहाई बहुमत के साथ लैंडस्लाइड विक्ट्री हासिल करते हुई दिखाई दे रही है। बिहार में NDA की प्रचंड जीत मेंं महिला और युवा वोटर्स की बड़ी भूमिका नजर आ रही है। बिहार विधानसभा चुनाव में NDA की प्रचंड जीत कुछ उसी तरह की है जैसे भाजपा को 2023 के विधानसभा चुनाव में मध्यप्रदेश में मिली थी। 2023 के मध्यप्रदेश विधानसभा चुनााव मेंं जिस तरह लाड़ली बहना गेमचेंजर बनी, ठीक उसी तरह बिहार में महिला वोटर्स गेमचेंजर बन गई।
बिहार में महिला वोटर्स क्यों बनीं गेमचेंजर?-बिहार विधानसभा चुनाव में NDA की प्रचंड़ जीत में महिला वोटर्स की बड़ी भूमिका रही। बिहार में इस बार रिक़ॉर्ड वोटिंग के बीच महिला वोटर्स ने 71 फीसदी से अधिक मतदान किया यानि चुनाव में राज्य में साढ़े तीन करोड़ से अधिक महिलाओं ने मतदान किया था। अगर बिहार में 2020 के विधानसभा चुनाव में महिलाओं के वोट प्रतिशत से तुलना किया जाए तो यह 10 फीसदी से ज्यादा है। ऐसे में बिहार में NDA की प्रचंड जीत में महिला वोटर्स की अहम भूमिका रहीं। चुनाव नतीजे बताते है कि महिला वोटर्स ने भाजपा और जेडीयू उम्मीवारों को खुलकर अपना समर्थन दिय़ा।
बिहार के वरिष्ठ पत्रकार दीपक कोचगवे कहते है कि इस बार विधानसभा चुनाव में जिस तरह दोनों चरणों में पोलिंग बूथों पर महिलाओं की लंबी-लंबी कतारें देखने को मिली उससे साफ है कि महिलाओं ने जमकर वोट किया है और अब चुनाव परिणाम बता रहे है यह वोट NDA के पक्ष में एकमुश्त पड़ा। अगर बिहार में महिला वोटर्स ने NDA के पक्ष में मतदान किया तो इसके एक नहीं कई कारण है।
10 हजार रुपए का चल गया दांव-बिहार में महिला वोटर्स को रिझाने के लिए नीतीश सरकार ने चुनाव से पहले जिस तरह से 2 करोड़ से अधिक महिलाओं के खातों में मुख्यमंत्री रोजगार योजना के तहत 10 हजार रुपए डाले वह NDA की जीत का अहम कारण साबित हो रहा है। वहीं नीतीश सरकार ने वादा किया कि अगर चलकर यह पैसा 2 लाख तक पहुंचेगा। बिहार में महिलाओं के खाते में एकमुश्त जिस तरह से 10 हजार रुपए डाले गए वह कुछ उसी तरह का है जिस तरह से 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले मध्यप्रदेश में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाडली बहना योजना लाकर पूरे चुनावी परिदृश्य को बदल दिया था।
नीतीश सरकार ने महिलाओं के लिए स्थानीय निकायों में जिस तरह 50 फीसदी आरक्षण दिया उससे पंचायत स्तर से महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी बढ़ी और विधानसभा चुनाव में महिलाओं ने जमकर वोट किया। इसके साथ पुलिस भर्ती में महिलाओं को 35 फीसदी आरक्षण और शराबबंदी जैसे निर्णय लिए उससे महिलाओं ने जमकर NDA के पक्ष में वोट किया। इसके साथ उज्जवला और साईकिल और छात्रवृत्ति जैसी योजनाएं भी महिला वोटर्स को NDA के पक्ष मे लाने में अहम कारण साबित हुआ।