फिल्म अभिनेता जॉय मुखर्जी का 9 मार्च को मुंबई के लीलावती अस्पताल में निधन हो गया। वे 73 वर्ष के थे और पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे।
जॉय टेनिस खिलाड़ी बनना चाहते थे, लेकिन अपने पिता के कहने पर अभिनय की दुनिया में आ गए। ज्यादातर वे रोमांटिक फिल्मों में नजर आए। लव इन शिमला, शागिर्द, लव इन टोक्यो, फिर वही दिल लाया हूं, एक मुसाफिर एक हसीना जैसी हिट फिल्में उन्होंने दी। उन्होंने दो फिल्मों का निर्देशन भी किया। काजोल, तनीषा और रानी मुखर्जी के जॉय रिश्तेदार थे।
जॉय मुखर्जी के प्रवक्ता ने बताया, ‘‘9 मार्च की सुबह 9.30 बजे उनका निधन हो गया। उनका निधन लंबी बीमारी और वृद्धावस्था के कारण हुआ। उनके फेफड़े काम नहीं कर रहे थे और वह सांस नहीं ले पा रहे थे इसलिए उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। पिछले तीन दिन से उनकी हालत गंभीर थी।’’ मुखर्जी को सोमवार को लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘उन्हें तेज बुखार था और वे बेहोश हो गए थे। उनकी हालत बहुत गंभीर थी।’’ जॉय मुखर्जी एक फिल्म परिवार से ताल्लुक रखते थे। उनके पिता शशधर मुखर्जी का विवाह जानेमाने अभिनेता अशोक कुमार की बहन सती देवी से हुआ था।
वह देव मुखर्जी और दिवंगत शोमू मुखर्जी के भाई थे। शोमू की पत्नी तनुजा थीं, जिनकी अभिनेत्री बेटियां काजोल और तनीषा हैं।
जॉय मुखर्जी के परिवार में उनकी पत्नी नीलम और दो बेटे, एक बेटी हैं। कल ही अभिनेता दिलीप कुमार और उनकी पत्नी सायरा बानो तथा संगीतकार बप्पी लहरी ने जॉय से मुलाकात कर उनका हालचाल पूछा था।