नई दिल्ली। यदि आप छोटे कारोबारी हैं तो यह खबर वाकई आपके फायदे की है, बशर्ते आप कैशलेस कारोबार करते हैं। सरकार ने ऐसे व्यवसायियों के लिए बड़ी राहत की घोषणा की है।
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को कहा कि छोटे कारोबारी यदि कैशलेस कारोबार करते हैं तो उन्हें 2 प्रतिशत की छूट मिलेगी। 2 करोड़ का कारोबार करने पर वर्तमान में व्यापारी की आय 8 फीसदी यानी 16 लाख मानी जाती है, किन्तु कैशलेस कारोबार करने पर यह 12 लाख मानी जाएगी। उन्होंने कहा कि 30 दिसंबर तक सभी लोग पुरानी करेंसी अपने खातों में जमा कराएं।
सरकार ने देश में कैशलेस अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए दो करोड़ रुपए तक का वार्षिक कारोबार करने वालों को कर में छूट देने की घोषणा की है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के बजट में ही डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन देने की बात कही गई थी। इसी के तहत ऐसे कारोबारी जो खाता-बही नहीं रखते हैं उनके लिए आयकर की धारा 44ए डी को संशोधित किया गया है।
उन्होंने कहा कि इसके तहत दो करोड़ रुपए तक वार्षिक कारोबार करने वाले व्यापारियों और छोटे उद्यमियों की अनुमानित आय कुल कारोबार की आठ फीसदी राशि पर कर लगेगा। लेकिन, यदि कारोबार के लिए क्रेडिट कार्ड, चेक या किसी दूसरे इलेकट्रॉनिक तरीके से लेनदेन किया जाता है तो उस कारोबार की मात्र छह फीसदी राशि ही कर योग्य होगी। इससे कारोबारियों को 30 फीसदी से अधिक का कर लाभ होगा।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने 08 नवंबर की मध्य रात्रि से 500 और एक हजार रुपए के पुराने नोटों का प्रचलन से बंद कर दिया है और अब डिजिटल भुगतान को बढ़ावा दे रही है। इसी के तहत कार्ड से भुगतान करने वालों के लिए कई तरह के प्रोत्साहन घोषित किये गये हैं।
एक्सिस बैंक घोटाला : एक्सिस बैंक द्वारा पुराने नोटों के बदले नए बदलने में हुई गड़बड़ी के मुद्दे पर वित्तमंत्री ने कहा कि इस मामले में कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि बैंक ने इस मामले में लिप्त अपने कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। इनकम टैक्स स्लैव के सवाल पर जेटली ने कहा कि इस संबंध सही समय पर घोषणा की जाएगी। हालांकि पहले से अटकलें लगाई जा रही हैं सरकार आगामी बजट में आयकर छूट की सीमा बढ़ा सकती है।
वित्तमंत्री ने कहा कि नोटबंदी के समय छपे हुए नोट 23 लाख करोड़ थे, जबकि बाजार में 15 लाख 44 करोड़ रुपए चलन में थे। उन्होंने कहा कि 500 के नएनोट बाजार में जा रहे हैं।