लोकसभा चुनाव-2014 के लिए भाजपा का मिशन बदल चुका है। दिल्ली की सत्ता के लिए अब तक 272 सीटों का लक्ष्य लेकर चल रही भगवा पार्टी की नजर अब 'मिशन-300' पर है। इसके लिए महत्वपूर्ण इलाकों में पार्टी ने अपने 'खास सिपहसालारों' की तैनाती कर दी है। इसी कड़ी में भाजपा प्रवक्ता नलिन कोहली ने भी बनारस में डेरा डाल लिया है।
कोहली यहां पांच सितारा होटल रेडीसन में रुके हुए हैं। वे नेताओं और कार्यकर्ताओं की बैठकें ले रहे हैं। चुनावी माहौल की नब्ज भी टटोल रहे हैं। साथ ही 17 से 24 अप्रैल के बीच होने वाले नरेन्द्र मोदी के नामांकन (अभी तारीख तय नहीं) की तैयारियों को भी अंजाम दे रहे हैं। वे यहां की हर छोटी-बड़ी चीज पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं।
चुनावी व्यस्तता के बावजूद उन्होंने वेबदुनिया से बातचीत के समय निकाला और सवालों के खुलकर जवाब दिए, लेकिन कुछ सवालों को वे गोल भी कर गए। नरेन्द्र मोदी की पत्नी जसोदा बेन से जुड़े प्रश्न पर नलिन कोहले कहते हैं कि कांग्रेस के आरोपों में कोई दम नहीं है। वह व्यक्तिगत हमलों पर उतर आई है। यदि कोई (मोदी) व्यक्तिगत मामलों पर बात नहीं करना चाहता है तो उस पर दबाव नहीं बनाया जा सकता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास अब कोई चुनावी मुद्दा बचा ही नहीं है, अत: वह व्यक्तिगत हमलों पर उतर आई है। हालांकि उन्होंने कहा कि हम भी इस तरह के मुद्दे ला सकते हैं और ऐसा हुआ तो कई गड़े मुर्दे उखड़ जाएंगे।
नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी को ही क्यों चुना? इस सवाल पर कोहली ने सीधा जवाब देने से बचते हुए सिर्फ इतना ही कहा कि कोई भी व्यक्ति चुनाव लड़ने के लिए किसी भी सीट को चुन सकता है और मोदी के बनारस से लड़ने में कुछ भी खास नहीं है। केन्द्र में भाजपा की सरकार बनने को लेकर आश्वस्त कोहली ने कहा कि सरकार तो भाजपा के नेतृत्व में ही बनने जा रही है। विरोधी मिलकर भी उस आंकड़े तक नहीं पहुंच पाएंगे, जो सरकार गठन के लिए जरूरी होता है।
पूर्वांचल की सभी सीटों की जिम्मेदारी संभाल रहे कोहली ने कहा कि राज्य में भाजपा को कितनी सीटें मिलेंगी, इस बारे में फिलहाल मैं आकलन कर रहा हूं। संपूर्ण आकलन के बाद ही इस बारे में कुछ कहा जा सकता है, लेकिन यह तय है कि हम राज्य में सर्वाधिक सीटें जीत रहे हैं।