एक दिन मिलूंगा ईश्वर से

Webdunia
FILE


- अशोक कुमार पाण्डेय

चांद में बैठी अम्मा से बतियाऊंगा एक दिन
सूरज से कहूंगा कि भैया सुस्ता लिया करो बीच-बीच में
धरती से आकाश तक तान दूंगा एक कनात
जहां सारे तारे सुस्ताएंगे सारे दिन
और बच्चे आकाशगंगा में डुबकियां लगाएंगे
एक दिन कहूंगा समुद्र से
कि उतर आए मोहल्ले के नल में
पहाड़ों से कहूंगा कि इन गर्मियों में
रह जाएं यहां महीने दो महीने
हवा से कहूंगा कि छुअम-छुआई खेले बच्चों के साथ
जंगलों से कहूंगा कि चले आएं हमारी बालकनी तक
एक दिन कहूंगा किताबों से
कि‍‍ बिखरा दें हमारे आंगन में
दुनिया के सारे रोचक किस्से
एक दिन मिलूंगा ईश्वर से भी
देखूंगा गरम चाय पीते हुए अब भी सुड़कता है वह
या कि बिना डाले प्याली में गड़प लेता है बेआवाज
हाथ मिलाएगा तो थोड़ा ज्यादा दबाते हुए कहूंगा उससे
छोड़ जाए सारे जादू हमारी छत पर
बच्चे बोर हो रहे हैं गरमी की छुट्टियों मे ं।
Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

कुत्तों के सिर्फ चाटने से हो सकती है ये गंभीर बीमारी, पेट लवर्स भूलकर भी न करें ये गलती

कब ली गई थी भारत के नोट पर छपी गांधी जी की तस्वीर? जानें इतिहास

सावन में इस रंग के कपड़े पहनने की वजह जानकर चौंक जाएंगे आप

क्या ट्रैफिक पुलिस आपकी स्कूटी की चाबी ले सकती है? जानें कानूनी सच्चाई और अपने अधिकार

किस मुस्लिम देश से भारत आए हैं समोसा और जलेबी, जिनके लिए तम्बाकू और सिगरेट की तरह लिखना होगी चेतावनी

सभी देखें

नवीनतम

सोमवार सुविचार: पॉजिटिव सोच के साथ करें हफ्ते की शुरुआत

बरसात में कपड़ों से सीलन की स्मेल हटाने के लिए ये होममेड नुस्खा जरूर आजमाएं

क्या कुत्ते के पंजा मारने से रेबीज हो सकता है? जानिए इस डर और हकीकत के पीछे की पूरी सच्चाई

अगर हाथों में नजर आ रहे हैं ये लक्षण तो हाई हो सकता है कोलेस्ट्रॉल, न करें नजरअंदाज

तेजी से वेट लॉस करने के लिए आज से ही शुरू कर दें इंटरवल वॉकिंग, हार्ट और नींद में भी है असरदार