highest gold and silver producing countries in the world: सोना और चांदी, ये दो धातुएं सदियों से मानव सभ्यता में धन, शक्ति और समृद्धि का प्रतीक रही हैं। इनकी चमक न केवल आभूषणों में, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में भी दिखाई देती है। हर देश अपने स्वर्ण और रजत भंडार को अपनी आर्थिक मजबूती का एक महत्वपूर्ण पैमाना मानता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि दुनिया में सबसे ज्यादा सोना किस देश के पास है और चांदी के उत्पादन में कौन सा देश शीर्ष पर है? आइए, इन बहुमूल्य धातुओं के वैश्विक परिदृश्य और भारत की स्थिति पर एक विस्तृत नज़र डालते हैं।
सोने का बादशाह: संयुक्त राज्य अमेरिका
जब बात सोने के भंडार की आती है, तो संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) निर्विवाद रूप से शीर्ष पर है। अमेरिका के पास 8,133.46 टन से अधिक का विशाल स्वर्ण भंडार है, जो इसे दुनिया में पहले स्थान पर रखता है। यह आंकड़ा वैश्विक स्वर्ण भंडार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। अमेरिका के बाद जर्मनी, इटली और फ्रांस जैसे देश आते हैं, जिनके पास भी बड़े स्वर्ण भंडार हैं। सोने का यह विशाल भंडार अमेरिकी डॉलर की स्थिरता और वैश्विक आर्थिक प्रभुत्व का एक प्रमुख कारण भी माना जाता है।
चांदी का सरताज: मेक्सिको
चांदी के उत्पादन के मामले में, मेक्सिको दुनिया का सबसे बड़ा खिलाड़ी है। वर्ल्ड सिल्वर सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में मेक्सिको ने लगभग 6,200 टन चांदी का उत्पादन किया था, जो दुनियाभर के कुल उत्पादन का 20 प्रतिशत से भी अधिक है। मेक्सिको में फ्रेस्निलो, सॉसिटो और सैन जूलियन जैसी बड़ी और समृद्ध चांदी की खदानें हैं, जो इसे इस क्षेत्र में अग्रणी बनाए रखती हैं।
मेक्सिको के बाद, चांदी के प्रमुख उत्पादक देशों में चीन, पेरू, चिली, रूस, ऑस्ट्रेलिया और पोलैंड शामिल हैं। चीन का उत्पादन भी काफी अधिक है और उसकी तकनीकी क्षेत्र में चांदी की खपत भी बहुत ज्यादा है। पेरू की खदानें दक्षिण अमेरिका में चांदी की आपूर्ति का एक महत्वपूर्ण स्रोत हैं।
भारत की स्थिति: खपत में आगे, उत्पादन में पीछे
भारत सोने और चांदी दोनों का एक बड़ा उपभोक्ता है, लेकिन उत्पादन के मामले में इसकी स्थिति थोड़ी अलग है।
• सोना: भारत सोने का दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है। यहां हर साल सैकड़ों टन सोने की खपत होती है, जिसका अधिकांश हिस्सा आयात किया जाता है। हालांकि, सोने के उत्पादन में भारत की गिनती शीर्ष उत्पादक देशों में नहीं होती। भारत में सोने का वार्षिक उत्पादन काफी सीमित है, जो देश की कुल मांग का एक छोटा सा हिस्सा ही पूरा कर पाता है। कर्नाटक (विशेषकर कोलार गोल्ड फील्ड्स - KGF क्षेत्र) भारत में सोने का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है, लेकिन वैश्विक स्तर पर यह मात्रा नगण्य है।
• चांदी: चांदी के उत्पादन के मामले में भी भारत, मेक्सिको, चीन और पेरू जैसे देशों से काफी पीछे है। भारत में सबसे ज्यादा चांदी का उत्पादन राजस्थान राज्य में होता है, जो देश के कुल चांदी उत्पादन का 50 प्रतिशत से अधिक है। इसके अलावा आंध्र प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश और तेलंगाना जैसे राज्यों में भी चांदी का उत्पादन होता है। हालाँकि, वैश्विक उत्पादन की तुलना में भारत का योगदान अपेक्षाकृत कम है।
सोना और चांदी दोनों ही वैश्विक अर्थव्यवस्था और विभिन्न उद्योगों के लिए महत्वपूर्ण धातुएं हैं। जहां संयुक्त राज्य अमेरिका अपने विशाल स्वर्ण भंडार के साथ आर्थिक स्थिरता का प्रतीक है, वहीं मेक्सिको चांदी के उत्पादन में विश्व का नेतृत्व करता है। भारत, इन धातुओं का एक बड़ा उपभोक्ता होने के बावजूद, उत्पादन के मामले में अभी भी प्रमुख वैश्विक खिलाड़ियों से पीछे है। यह स्थिति भारत की आयात निर्भरता को दर्शाती है और भविष्य में घरेलू उत्पादन बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर देती है। इन धातुओं का सही संतुलन किसी भी देश की आर्थिक शक्ति और आत्मनिर्भरता के लिए महत्वपूर्ण है।