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डोनाल्ड ट्रंप की किरकिरी, जिनपिंग ने खारिज किया 'शांति दूत' अमेरिकी राष्ट्रपति का दावा

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
शुक्रवार, 31 अक्टूबर 2025 (19:29 IST)
Jinping gave a blow to Donald Trump: दुनिया में कई युद्ध रुकवाने का दावा करने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को उस समय मुंह की खानी पड़ी, जब चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि बीजिंग दोनों दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद को सुलझाने में मदद कर रहा है। हालांकि ट्रंप ने कहा कि चीन इन दोनों देशों के बीच विवाद सुलझाने में शामिल नहीं है। हाल ही में दक्षिण कोरिया के बुसान में ट्रंप और जिनपिंग की मुलाकात हुई थी। ट्रंप ने जिनपिंग के साथ बैठक को बेहद सफल बताया था। 
 
क्या कहा था ट्रंप ने : ट्रंप ने दावा किया था कि थाईलैंड और कंबोडिया के बीच शांति स्थापित करने में चीन की कोई भूमिका नहीं थी। उन्होंने इस समझौते को अपनी एक बड़ी कूटनीतिक जीत के रूप में पेश किया था। उन्होंने इसे अपने व्यक्तिगत प्रयास बताने की कोशिश की थी। अमेरिकी राष्ट्रपति ने मलेशिया में थाईलैंड और कंबोडिया के बीच हुए युद्धविराम समझौते को 'ऐतिहासिक शांति समझौता' बताया था और इसका पूरा श्रेय अमेरिका के व्यक्तिगत हस्तक्षेप को दिया था।
 
दरअसल, ट्रंप अक्सर अपनी कूटनीतिक सफलताओं का बढ़-चढ़कर श्रेय लेते रहे हैं, जैसा कि उन्होंने पहले भी भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम या अन्य वैश्विक संघर्षों के समाधान के दावों के साथ किया था। उल्लेखनीय है कि भारत ने भी कभी ट्रंप के युद्ध रुकवाने के दावे को स्वीकार नहीं किया। 
 
क्या कहा जिनपिंग ने : ट्रंप के दावे के उलट शी जिनपिंग ने स्पष्ट किया कि चीन ने भी इस शांति प्रक्रिया में अपने तरीके से योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि चीन लंबे समय से दोनों देशों को उनके सीमा विवाद सुलझाने में मदद कर रहा है, जिसका उद्देश्य दक्षिण-पूर्व एशिया में शांति बनाए रखना है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने थाईलैंड और कंबोडिया के बीच टकराव बढ़ने पर दोनों देशों को संघर्ष समाप्त करने के लिए मनाने हेतु पर्दे के पीछे से बंद कमरे में विचार-विमर्श किया था। चीन के दोनों देशों के साथ मजबूत संबंध हैं और वह क्षेत्रीय नेतृत्व स्थापित करने की कोशिश कर रहा है।
 
क्या है कंबोडिया-थाईलैंड विवाद : थाईलैंड और कंबोडिया के बीच लंबे समय से सीमा विवाद चल रहा है, जिसके कारण अतीत में दोनों देशों की सेनाओं के बीच कई बार हिंसक झड़पें हो चुकी हैं। विवाद का मुख्य कारण सीमा पर स्थित एक प्राचीन शिव मंदिर  के आसपास का इलाका है। हाल ही में मलेशिया में आसियान शिखर सम्मेलन के दौरान थाईलैंड और कंबोडिया ने एक विस्तारित युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते के तहत दोनों देशों ने शुरुआती कदमों पर सहमति जताई है। 
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 

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