18 अप्रैल से शुरू होने जा रही इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के साथ ही 'क्रिकेट की नई जंग' का आगाज हो जाएगा। पिछले संस्करण की तुलना में इस बार आईपीएल में सभी टीमों की तैयारी बेहतर है।
चूँकि इस टूर्नामेंट की टीमों में दुनिया के नामी सितारे हैं, लिहाजा क्रिकेट का रोमांच अपने चरम पर होगा। खिलाड़ियों के साथ टीमों से जुड़े नामी कोचों की भी प्रतिष्ठा दाँव पर होगी। इस बार कई टीमों ने अपने कोच बदल दिए हैं। मुंबई इंडियंस, डेक्कन चार्जर्स, बेंगलुरु रॉयल चैलेंर्स, चेन्नई सुपर किंग्स ने अपनी टीम के कोच बदले हैं।
' डेयर डेविल्स' दिल्ली टीम ने ग्रेग शिफर्ड को इस बार भी अपना कोच बरकरार रखा है। डेक्कन चार्जर्स हैदराबाद ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर डेरेन लीमन को अपना कोच बनाया है, जबकि स्टीफन फ्लेमिंग चेन्नई सुपर किंग के कोच होंगे। मुंबई इंडियंस की कोचिंग प्रवीण आमरे संभालेंगे और रे जेनिंग्स बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स के कोच होंगे।
राजस्थान रॉयल्स के कोच खुद शेन वॉर्न हैं, जबकि उनके सहायक की भूमिका कोचिंग निदेशक डेरेन बैरी निभाएँगे। ऑस्ट्रेलिया को तीन बार विश्व कप जितवा चुके जॉन बुकानन नाइट राइडर्स की कोचिंग संभाल रहे हैं। किंग्स इलेवन पंजाब ने अपना कोच पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी और लंका को कोच कर चुके टॉम मूडी को नियुक्त किया है।
आईपीएल टीमों के कोच का संक्षिप्त परिचय।
शेन वॉर्न (राजस्थान रॉयल्स के कोच और कप्तान) पूरा नाम- शेन कैथ वॉर्न जन्म- 13 सितंबर 1969
अब तक शेन वॉर्न की पहचान दुनिया के ख्यात लेग स्पिनर के रूप में ही थी, लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग के पहले संस्करण में उन्होंने अपनी कप्तानी का लोहा मनवाया और टीम को खिताब जितवाया। हर कोई वॉर्न की कप्तानी और कोचिंग का कायल है। वॉर्न टीम के कप्तान होने के साथ-साथ कोच भी हैं।
ND
ND
वॉर्न ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक हजार से ज्यादा (टेस्ट में 708 और एकदिवसीय में 293 विकेट) विकेट चटकाए हैं और महत्वपूर्ण अवसरों पर ऑस्ट्रेलिया के लिए बल्ले से भी योगदान किया है। राजस्थान रॉयल्स में शेन वॉर्न की मदद के लिए कोचिंग डायरेक्टर जॉन बैरी हैं और परफार्मेंस कोच जेरेमी स्नेप भी रहेंगे। टीम के फिजियोथैरेपिस्ट जॉन ग्लॉस्टर हैं।
वॉर्न ने ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज क्रिकेटरों के साथ लंबा समय मैदान में बिताया है और वे खेल की बारीकियों से अच्छी तरह वाकिफ हैं। वॉर्न राजस्थान रॉयल्स के लिए हर तरह से फायदेमंद साबित हो रहे हैं। वे टीम के कोच हैं, कप्तान हैं, टीम के लिए नई-नई प्रतिभाएँ खोजते हैं, नेट पर खिलाड़ियों के उचित प्रशिक्षण का इंतजाम करते हैं।
वॉर्न ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीर्तिमानों की झड़ी लगाने के अलावा इंग्लैंड में लंबे समय तक काउंटी क्रिकेट खेला है। वॉर्न क्रिकेट से जुड़ी हर परिस्थिति से कई-कई बार गुजरे हैं। वे अनुभव से भी ज्यादा अनुभवी खिलाड़ी हैं। उनकी कप्तानी की विशेषता यह है कि वे एक ही समय में एक से ज्यादा योजना दिमाग में रखते हैं और बैकअप प्लान का बखूबी इस्तेमाल करते हैं।
राजस्थान रॉयल्स के अच्छे प्रदर्शन का वादा करते हुए वॉर्न कहते हैं कि पिछले साल की तरह इस बार भी टीम आईपीएल में धमाल करेगी। इस बार टीम में कुछ नए खिलाड़ी शामिल हुए हैं, जिनको वॉर्न की सहमति पर ही टीम में लिया गया है। इनमें आजमगढ़ के 18 वर्षीय कामरान खान भी हैं, जिनकी काफी चर्चा हो रही है। वॉर्न कहते हैं कि इस 'हीरे' को तराशने की जरूरत है। वॉर्न अपनी टीम के साथ दक्षिण अफ्रीका में भी धमाल करने को तैयार हैं।
स्टीफन फ्लेमिंग (चेन्नई सुपर किंग्स के कोच) पूरा नाम- स्टीफन पॉल फ्लेमिंग जन्म- 1 अप्रैल, 1973
न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान स्टीफन फ्लेमिंग एक जमाने में विश्व के सबसे शातिर कप्तान माने गए थे। उन्होंने न्यूजीलैंड की राष्ट्रीय टीम की लंबे समय तक कप्तानी की और कई कीर्तिमान बनाए।
इंडियन प्रीमियर लीग के पिछले संस्करण में फ्लेमिंग चेन्नई सुपरकिंग की तरफ से बतौर बल्लेबाज खेले थे, लेकिन इस बार उनकी भूमिका बदली हुई होगी। वे महेंद्रसिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स के कोच होंगे और उनके साथ वेंकटेश प्रसाद टीम के गेंदबाजी कोच होंगे।
ND
ND
फ्लेमिंग अनुभवी खिलाड़ी हैं और 2006 में वे विश्व क्रिकेट में सबसे ज्यादा मैचों में कप्तानी करने की उपलब्धि हासिल कर चुके हैं। फ्लेमिंग अपने करियर के दौरान एक तेज-तर्रार बल्लेबाज और चतुर कप्तान रहे। कई विशेषज्ञों का मानना है कि फ्लेमिंग की प्रतिभा के मुताबिक उनके रिकॉर्ड कमतर हैं। वे और आगे जा सकते थे।
फ्लेमिंग ने मुख्यत: सलामी बल्लेबाज की भूमिका निभाई है और उन्होंने टेस्ट और एकदिवसीय क्रिकेट के साथ ट्वेंटी-20 क्रिकेट में भी अपने खेल को बखूबी निखारा। उन्होंने 111 टेस्टों में 9 शतक और 46 अर्धशतक की सहायता से 40.06 की औसत दर्ज करते हुए 7172 रन बनाए हैं। वहीं एकदिवसीय क्रिकेट में 280 मैचों में 32.40 की औसत से 8037 रन बनाए हैं, जिनमें 8 शतक और 49 अर्धशतक शामिल हैं।
ग्रेग शिफर्ड 'डेयर डेविल्स' दिल्ली टीम के कोच पूरा नाम : ग्रेग शिफर्ड जन्म : 13 नवंबर,1956 पर्थ, (ऑस्ट्रेलिया)
ग्रेग शिफर्ड ऑस्ट्रेलिया के प्रथम श्रेणी खिलाड़ी और कोच थे। सन 1977 से 1985 तक उन्होंने वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व किया और वर्ष 1991 में तस्मानिया की ओर से खेलते हुए उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट को अलविदा कहा। इसके बाद वे तस्मानिया के कोच बन गए और बाद में विक्टोरियन बुश रेंजर्स टीम को भी कोचिंग दी।
दाएँ हाथ के प्रारंभिक बल्लेबाज शिफर्ड ने ऑस्ट्रेलिया की ओर से कोई मैच नहीं खेला है, हालाँकि वे 1985-86 और 1986-87 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेली बागी टीम की ओर से खेले थे। इस दौरान उन्होंने 28.35 के औसत से 397 रन बनाए थे। उनका उच्चतम स्कोर 79 रन का रहा है।
ND
ND
शिफर्ड ने कुल 112 प्रथम श्रेणी के मैच खेले और 42.27 की औसत से 6806 रन बनाए। वे वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया टीम के खिलाड़ी थे, जिसने 1980 से 83 तक लगातार तीन बार शैफील्ड शील्ड पर कब्जा जमाया था।
उन्होंने अपनी सर्वश्रेष्ठ पारी 1983 में तस्मानिया की ओर से खेलते हुए अविजित 200 रन बनाए थे। यह 200 रन उन्होंने 571 गेंदों पर बनाए थे। इसके साथ ही उन्होंने 481 मिनट में शतक बनाने का सबसे धीमा शतक का तमगा भी अपने नाम किया था।
जॉन बुकानन (नाइटराइडर्स के कोच) पूरा नाम : जॉन बुकानन जन्म : 5 अप्रैल 1953 क्वींसलैंड
आईपीएल के दूसरे संस्करण से ठीक पहले अपनी 'मल्टीपल कैप्टन थ्योरी' से विश्व क्रिकेट में हलचल मचाने वाले नाइटराइडर्स के कोच जॉन बुकानन इस बार अपनी टीम को कड़ा अभ्यास करवा रहे हैं। बुकानन तीन बार विश्व विजेता बनी ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के कोच रहे हैं। क्रिकेट कोचिंग की दुनिया में बुकानन का नाम अदब से लिया जाता है।
1999 में ऑस्ट्रेलिया के कोच बनाए गए थे, उस दौरान इस बात बार बहुत हंगामा मचा कि बुकानन ने अपने पहले के कोच मार्श और बॉब सिम्पसन के जैसे कोई टेस्ट स्तर का मैच नहीं खेला था। एक समय उनके नाम 15 मैच में से 15 ही जीतने का रिकॉर्ड था।
ND
ND
बुकानन ने रिकी पोटिंग की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को कई मैचों में जीत दिलाई है, जिसमें लगातार 16 टेस्ट और विश्व कप में 23 वन-डे मैचों में जीतने का विश्व रिकॉर्ड भी है। उनकी कोचिंग में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 2007 में लगातार तीसरी बार विश्व कप पर कब्जा जमाया।
बुकानन ने अक्टूबर, 2007 में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के एम्बेसडर फॉर क्रिकेट कोच का पद स्वीकार किया। आईपीएल में शाहरुख खान की नाइट राइडर्स टीम की कोचिंग का जिम्मा बुकानन के मजबूत कंधों पर है। इस बार उन्होंने टीम के लिए मजबूत रणनीति बनाई है।
टॉम मूडी (पंजाब किंग्स इलेवन के कोच) पूरा नाम : थॉमस मेसन मूडी जन्म : 2 अक्टूबर, 1965 को एडिलेड, (ऑस्ट्रेलिया)
टॉम मूडी पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी और श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के कोच रह चुके हैं। क्रिकेट के साथ वे बढ़िया एथलीट भी रहे, विशेषकर ऊँची कूद में। पर्थ में अपनी शुरुआती पढ़ाई के दौरान अपने पिता के सान्निध्य में उनकी खेलों में रुचि बढ़ी। उनके पिता ही स्कूल के हेड मास्टर थे।
बचपन में उन्हें फुटबॉल से भी प्यार था, लेकिन 13 साल की उम्र में क्रिकेट के ग्यारह खिलाड़ियों में चुन लिए गए और स्कूल की पढ़ाई पूरी होने के बाद वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के मीडलैंड गुलफोर्ड टीम की ओर से क्रिकेट खेलने लगे।
ND
ND
6 फुट 6 इंच लंबे मूडी को उनके साथी 'लांग नाम से पुकारते थे। उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी का क्रिकेट 1985-86 से खेलना शुरू किया। वे वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया में शैफील्ड शील्ड और इंग्लैंड में वॉरविकशायर और वूस्टरशायर की ओर से खेले।
उन्होंने प्रथम श्रेणी के मैच में 20000 रन बनाए और 64 शतक जमाए हैं। 1989 से 1992 के दौरान उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए आठ टेस्ट मैच खेले। इसके अलावा तीन विश्व कप मैच खेले।
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद 2005 में उन्हें ग्रेग चैपल से पहले भारतीय टीम का कोच बनाने की बात चली थी। हालाँकि उसके कुछ दिन बाद ही वे श्रीलंका की टीम के कोच बन गए। मूडी ने 2007 के विश्व कप मैच के बाद श्रीलंका के कोच पद से इस्तीफा दे दिया।
डैरेन लीमन
डैरेन लीमन (डेक्कन चार्जर्स के कोच) पूरा नाम : डैरेन लीमन जन्म : 5 फरवरी, 1970 साउथ ऑस्ट्रेलिया ।
ऑस्ट्रेलिया के इस वामहस्त बल्लेबाज ने 27 टेस्ट और 117 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों में ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व किया है। टेस्ट में जहाँ इनकी औसत 44.95 है, वहीं एकदिवसीय क्रिकेट में भी 38.96 की औसत लीमन के नाम दर्ज है।
ND
ND
लीमन ने लंबे समय तक ऑस्ट्रेलिया के लिए फिनिशर की भूमिका निभाई और निचले क्रम के बल्लेबाजों के साथ मिलकर कई महत्वपूर्ण साझेदारियाँ की। लीमन को काउंटी क्रिकेट का भी काफी अनुभव है और उनके नाम प्रथम श्रेणी स्तर पर सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड भी था, जिसे बाद में माइकल हसी ने तोड़ा।
लीमन ने ऑस्ट्रेलिया के अलावा यार्कशायर काउंटी की तरफ से भी खेलते हुए उल्लेखनीय प्रदर्शन किया। लीमन ने विश्वकप 1999 के फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ विजयी रन बनाकर अपने नाम एक उपलब्धि और दर्ज की।
खिलाड़ी के अलावा लीमन ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट एसोसिएशन के प्रेसीडेंट भी रहे हैं। वे ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट एसोसिएशन के कोचिंग प्रोग्राम से भी जुड़े रहे।
लीमन ने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के उतार-चढ़ाव को देखा है और वे खेल की हर परिस्थिति से अवगत हैं। डेक्कन चार्जर्स टीम के लिए लीमन कोच की भूमिका निभा रहे हैं। अब तक लीमन के निर्देशन में डेक्कन चार्जर्स टीम कई अभ्यास सत्रों में भाग ले चुकी है और कप्तान एडम गिलक्रिस्ट टीम की तैयारियों और कोच के तरीकों से आश्वस्त नजर आते हैं। आईपीएल में लीमन के लिए डेक्कन चार्जर्स को कोचिंग देना एक चुनौती है।
प्रवीण आमरे (मुंबई इंडियंस के कोच) पूरा नाम- प्रवीण कल्याण आमरे जन्म- 14 अगस्त 1968, मुंबई
मुंबई के रामाकांत आचरेकर से क्रिकेट के गुर सीखने वाले प्रवीण कल्याण आमरे मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर के साथ हर स्तर पर क्रिकेट खेल चुके हैं। सचिन, आमरे और विनोद कांबली आचरेकर के क्रिकेट विद्यालय के वे छात्र होनहार छात्र रहे, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धमाकेदार अंदाज में अपने करियर की शुरुआत की।
ND
ND
आमरे के नाम अपने पहले ही टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उसी की धरती पर शतक जमाने का रिकॉर्ड है। अपने शुरुआती दौर में बेहतरीन प्रदर्शन करने के बावजूद आमरे लंबे समय तक भारतीय टीम में कायम नहीं रह सके।
आमरे ने 11 टेस्ट मैचों में एक शतक और 3 अर्धशतक की बदौलत 42.50 की औसत से 425 रन बनाए। वहीं 37 एकदिवसीय क्रिकेट मैचों में उन्होंने 20.51 की औसत से 513 रन बनाए। एक दिवसीय क्रिकेट में उनके नाम दो अर्धशतक दर्ज हैं।
इंडियन प्रीमियर लीग ने दूसरे संस्करण में प्रवीण आमरे को मुंबई इंडियंस टीम का कोच नियुक्त किया गया है। उनके सहयोग के लिए गेंदबाजी कोच शान पोलाक, सहायक कोच समीर दीघे और फील्डिंग कोच जोंटी रोड्स का स्टाफ मौजूद रहेगा।
रे जेनिंग्स (बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स के कोच) पूरा नाम- रे जेनिंग्स जन्म- 9 अगस्त 1954
दक्षिण अफ्रीका के विकेट कीपर बल्लेबाज रे जेनिंग्स को कोचिंग का खासा अनुभव है। वे प्रथम श्रेणी स्तर पर कई टीमों को कोचिंग दे चुके हैं और फिलहाल दक्षिण अफ्रीका की राष्ट्रीय टीम के कोच हैं।
रॉयल चैलेंजर्स में दक्षिण अफ्रीका के जैक कैलिस, डेल स्टेन, मार्क बाउचर हैं और इनके साथ जेनिंग्स पहले से ही ट्रेनिंग प्रोग्राम चला रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका टीम के खिलाड़ियों की रॉयल चैलेंजर्स में उपस्थिति से जेनिंग्स का काम आसान हो जाएगा।
ND
ND
जेनिंग्स ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में बल्ले से और विकेट के पीछे कई कीर्तिमान बनाए। 1991-92 में जब दक्षिण अफ्रीका की अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी हुई तो 38 वर्ष की उम्र के बावजूद टीम में विकेट कीपर की भूमिका के लिए जेनिंग्स का दावा सबसे मजबूत था।
इंडियन प्रीमियर लीग में जेनिंग्स बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स के कोच हैं। रॉयल चैलेंजर्स को कोचिंग देना जेनिंग्स के लिए अच्छा अवसर है। वे दक्षिण अफ्रीका की क्रिकेट अकादमी से लंबे समय से जुड़े हुए हैं और उन्हें दक्षिण अफ्रीका की परिस्थितियों की गहरी समझ है। वे रॉयल चैलेंजर्स के खिलाड़ियों को दक्षिण अफ्रीका में खेलने के लिए महत्वपूर्ण टिप्स दे सकते हैं।