Hanuman Chalisa

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

jammu kashmir heavy rain : जम्मू-कश्मीर में बारिश से हाहाकार, अब तक 41 की मौत, ट्रेनें रद्द, स्कूलों में छुट्टी

Advertiesment
हमें फॉलो करें Jammu Kashmir

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

जम्मू/श्रीनगर , बुधवार, 27 अगस्त 2025 (23:12 IST)
जम्मू-कश्मीर में पिछले दो दिन में रिकॉर्ड बारिश के बाद संबंधित घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 41 हो गई, जिनमें से अधिकतर लोग वो हैं, जो वैष्णो देवी मार्ग पर हुए भूस्खलन की चपेट में आ गए थे। बुधवार को बारिश से कुछ राहत मिलने के बाद राहत कार्यों में तेज़ी आई। जम्मू क्षेत्र में उफनती नदियों के जलस्तर में कमी आने के बीच अनंतनाग और श्रीनगर में झेलम नदी का जलस्तर बाढ़ की चेतावनी के निशान को पार कर गया तथा कई रिहायशी इलाकों में पानी घुस गया।
 
जम्मू में बुधवार सुबह 8.30 बजे तक पिछले 24 घंटों में 380 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो 1910 में शीतकालीन राजधानी में वेधशाला की स्थापना के बाद से 24 घंटे की अवधि में सबसे अधिक बारिश है। अधिकारियों ने बताया कि केंद्र शासित प्रदेश में जलाशयों के उफान पर आने और अचानक आई बाढ़ के कारण कई प्रमुख पुलों, आवासीय भवनों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों सहित सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने बताया कि निचले बाढ़ग्रस्त इलाकों से 10,000 से अधिक लोगों को निकाला गया है।
 
इस बीच, शिक्षा मंत्री सकीना इटू ने घोषणा की कि जम्मू कश्मीर में शैक्षणिक संस्थान बाढ़ जैसी स्थिति को देखते हुए गुरुवार को बंद रहेंगे। इटू ने बुधवार को ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘खराब मौसम को देखते हुए जम्मू कश्मीर के स्कूल और कॉलेज कल (28.08.2025) बंद रहेंगे।’’
उत्तर रेलवे ने जम्मू कश्मीर में भारी बारिश से हुई तबाही के मद्देनजर बुधवार को जम्मू और कटरा स्टेशनों से आने-जाने वाली 58 ट्रेनों को रद्द कर दिया, जबकि 64 ट्रेनों को विभिन्न स्टेशनों पर बीच में ही रोक दिया गया।
 
एक दिन के निलंबन के बाद रेल यातायात बुधवार सुबह कुछ समय के लिए बहाल हुआ और जम्मू से छह ट्रेन रवाना हुईं। अधिकारियों ने बताया कि चक्की नदी क्षेत्र में बाढ़ और मिट्टी के कटाव के कारण यातायात फिर से रुक गया है।
 
कुछ इलाकों में बारिश थम जाने के बाद मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला व्यक्तिगत रूप से हालात का जायजा लेने के लिए श्रीनगर से जम्मू पहुंचे। अधिकारियों के अनुसार, क्षेत्र में ऑप्टिकल फाइबर को हुए नुकसान के करीब 24 घंटे बाद दूरसंचार सेवाएं बहाल कर दी गईं।
 
वैष्णो देवी में भूस्खलन की घटना में बचावकर्मियों द्वारा मलबे से और शव निकाले जाने के बाद, हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 34 हो गई है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में पर्वतीय क्षेत्र में स्थित वैष्णो देवी मंदिर के मार्ग पर एक दिन पहले भूस्खलन हुआ था।
 
अधिकारियों के अनुसार, 24 मृतकों की पहचान कर ली गई है, जिनमें से 14 महिलाएं थीं। मृतकों में राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पंजाब और महाराष्ट्र के लोग शामिल हैं। जिन 10 मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है, उनमें चार महिलाएं हैं।
 
अधिकारियों ने कहा कि लगातार और भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन में कम से कम 20 लोग घायल हुए हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज हो रहा है। मंगलवार को डोडा जिले में तीन महिलाओं समेत चार लोगों की मौत हो गई, जबकि प्रागवाल में एक बीएसएफ जवान समेत दो लोगों के शव मिले। अखनूर में मिले एक अन्य शव की अभी पहचान नहीं हो पाई है। पंजाब की सीमा से लगे लखनपुर में सिंचाई विभाग के एक कर्मचारी का शव मिला।
 
कश्मीर घाटी में भी रात भर भारी बारिश हुई, जहां मुख्य झेलम नदी अनंतनाग जिले के संगम और श्रीनगर के राम मुंशी बाग में आज सुबह बाढ़ की चेतावनी के निशान को पार कर गई।
अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर में कुर्सू, राजबाग, बेमिना और सेकिदाफर के रिहायशी इलाकों में पानी घुस गया है, जबकि मुख्य अनंतनाग शहर के अधिकतर स्थानों पर भी बाढ़ का पानी रिहायशी और व्यावसायिक इलाकों में घुस गया है, जिससे बाजार जलमग्न हो गए हैं। मंगलवार को डोडा जिले में तीन महिलाओं सहित चार लोगों की मौत हो गई, जबकि जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए बंद रहा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि वह सभी की सुरक्षा और उनके कुशल होने की प्रार्थना करते हैं।
 
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, ‘‘श्री माता वैष्णो देवी मंदिर के मार्ग पर भूस्खलन के कारण लोगों की जान जाने की खबर दुखद है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। प्रशासन सभी प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है।’’
 
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को जम्मू क्षेत्र में भारी बारिश और बाढ़ से उत्पन्न स्थिति से अवगत कराया है और जम्मू-कश्मीर के लोगों को सहायता प्रदान करने के उनके आश्वासन के लिए आभार व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुधवार को बारिश रुकने से उन्हें थोड़ी राहत मिली है। उन्होंने कहा, ‘‘कल की तुलना में, आज (बुधवार) बारिश रुकने से हमें थोड़ी राहत मिली है। निचले इलाकों में पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है।’’ अधिकारियों ने बताया कि किश्तवाड़ जिले के सुदूर मार्गी इलाके में अचानक आई बाढ़ में 10 मकान और एक पुल बह गया, लेकिन किसी के हताहत होने की तत्काल कोई खबर नहीं है।
 
उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटों में जम्मू क्षेत्र के अधिकतर हिस्सों में लगातार बारिश जारी रही और तवी, चिनाब, उझ, रावी और बसंतर सहित लगभग सभी नदियों में पानी का स्तर खतरे के स्तर से कई फुट ऊपर है।  इनपुट एजेंसियां Edited by : Sudhir Sharma

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

Vaishno Devi landslide : वैष्णोदेवी लैंडस्लाइड में अब तक 34 लोगों की मौत, CM उमर ने पूछा- खराब मौसम की चेतावनी के बाद भी यात्रियों को क्यों नहीं रोका गया