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फार्मूला अच्छे अनुवादक बनने का

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किरण पटेल 22 वर्षों से इस व्यवसाय में है। उनके लिए 300 अनुवादक 17 भाषाओं में अनुवाद कार्य कर रहे हैं। वे अर्थशास्त्र तथा सांख्यिकी में स्नातक हैं। इसके बाद उन्होंने कमर्शियल फ्रेंच में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त की। वे बताती हैं कि पेशेवर अनुवादक, दुभाषिए के पद पर रोजगार प्राप्त करने के लिए क्या जरूरी है तथा इस क्षेत्र में क्या अवसर उपलब्ध हैं। जो अनुवाद में अपना करियर बनाना चाहते हैं, उनके लिए वे महत्वपूर्ण सलाह भी देती हैं।

क्या कौशल जरूरी है?
वे बताती हैं कि इस क्षेत्र में जितनी जल्दी शुरुआत की जाए, उतना ही अच्छा है क्योंकि जब आप युवा होते हैं तो आपके लिए नई भाषा समझना आसान होता है। अनुवादक बनने के लिए जरूरी है कि कम से कम दो भाषाएँ आपको अच्छी तरह आती हों। जरूरी नहीं कि दूसरी भाषा विदेशी ही हो। भारतीय भाषाओं में भी ढेर सारा अनुवाद कार्य उपलब्ध है।

किरण पटेल की फर्म लिंगुआ इंटरनेशनल जितना भी अनुवाद कार्य करती हैं, उसमें आधे से ज्यादा काम भारतीय भाषाओं में अनुवाद संबंधी होता है। जवाहरलाल नेहरू विवि, नई दिल्ली एकमात्र विवि है, जहाँ अनुवाद में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम चलाए जाते हैं। पुणे विवि और हैदराबाद विवि द्वारा भी अनुवाद विषय प्रस्तुत किए गए हैं।
  वैश्वीकरण के साथ जीवन के हर क्षेत्र में इंटरनेट को अपनाए जाने से यह बदलाव और तेज होगा। यदि इंटरनेट उपयोग करने वालों के आँकड़ों पर निगाहें डाली जाएँ तो पता चलता है कि माँग 43 प्रश उपभोक्ताओं द्वारा सूचना प्राप्ति के लिए अँगरेजी की माँग की गई है।      


दुर्लभ भाषा : ज्यादा वेत
जब किसी भाषा का चयन किया जाए, एक महत्वपूर्ण बात याद रखनी चाहिए, दुर्लभ भाषा, ज्यादा वेतन। ऐसी कंपनी जिसका विदेशों में व्यापारिक संबंध है और जहाँ अलग-अलग भाषाएँ व्यवहार में लाई जाती हैं, वहाँ अनुवादकों की आवश्यकता होती है। हालाँकि ऐसी गिनी-चुनी कंपनियाँ ही हैं, जिनके नियमित स्टॉफ में अनुवादक भर्ती किए गए हैं, लेकिन ये कंपनियाँ भी प्रोजेक्ट-टू-प्रोजेक्ट आधार पर फ्रीलांसर की सेवाएँ लेना पसंद करती हैं।

अधिकांश एजेंसियाँ चाहती हैं कि आप जिस भाषा में अनुवाद कर रहे हो, उसका आपको गहन ज्ञान होना चाहिए। इसका सीधा सा अर्थ यही है कि अनुवाद कार्य में अपना हाथ आजमाने से पूर्व आपको कम से कम पाँच वर्ष तक उस भाषा का अध्ययन करना चाहिए। अनुवादक 800 रु. प्रतिदिन से कमाई आरंभ कर अनुभव और कौशल प्राप्त कर 20 हजार रु. प्रतिदिन तक कमा सकता है।

भाषा का ज्ञान ही पर्याप्त नहीं ह
अनुवाद से पैसा बनाने वालों को यह बात नहीं भूलना चाहिए कि एजेंसी केवल भाषाई ज्ञान ही नहीं परखती है बल्कि इस कार्य में करियर बनाने वालों को उस देश के अर्थशास्त्र, वाणिज्य और राजनीति का ज्ञान भी होना चाहिए। इस संबंध में तकनीकी और सामान्य ज्ञान की जागरूकता भी मददगार होती है। जैसे-जैसे कंपनियों के प्रचालनों में अनुवादकों की आवश्यकता बढ़ती जा रही है, यह जागरूकता भी बढ़ती जा रही है। पाँच वर्षों तक भाषाई अध्ययन के साथ उस भाषा के टीवी चैनल देखना भी सहायक होता है। समाचार-पत्रों को पढ़ने से भी सामान्य ज्ञान बढ़ता है।

ज्यादा समझ अच्छी व्याख्या
आपको जिस देश का अच्छा ज्ञान होगा, वहाँ आप अच्छे दुभाषिए साबित होंगे। आपको वहाँ की आवश्यकताओं की अच्छी समझ होगी और आप बेहतर व्याख्या कर पाएँगे। अनुवादक और दुभाषिए के काम में सफलता के लिए आपका अच्छी तरह संगठित होना भी जरूरी है। आपको यह जानना चाहिए कि आँकड़े किस तरह स्टोर किए जाते हैं और इन्हें किस तरह तेजी से एक्सेस किया जा सकता है। इस काम में समय एक महत्वपूर्ण घटक है। समय पर काम अच्छा दाम वाली कहावत यहाँ बकायदा चरितार्थ होती है।

अच्छा व्यवहार दिलाए अच्छी पगा
आपका लोक व्यवहार भी इस कार्य में उपयोगी है। आपको यह पता होना चाहिए कि लोगों से किस तरह व्यवहार किया जाए और अपने ग्राहकों का विश्वास किस तरह जीता जाए। यदि ग्राहक गुस्से में है तो चतुराई से व्यवहार कर उसका गुस्सा शांत किया जाए और बातचीत करमसले का हल निकाला जाना चाहिए। आपको सोचना चाहिए कि आप अपने देश के सांस्कृतिक राजदूत हैं। हमें सामने वाले देश की संस्कृति के अनुरूप करना चाहिए साथ ही अपनी संस्कृति को नहीं भूलना चाहिए। शालीन व्यवहार हमेशा लाभकारी होता है।

नैतिकता का उल्लंघन न करे
कभी भी नैतिकता का उल्लंघन न करें। उदाहरण के लिए किसी आयातकर्ता के लिए अनुवाद करते समय उसका भारतीय सहकर्मी यह जानना चाहेगा कि दूसरे लोग इस कार्य का कितना पैसा देते हैं। अपने ग्राहक की जानकारी के बिना इस तरह की जानकारी देना उचित नहीं है। ऐसीस्थिति में सीधे-धीरे इंकार करने के बजाए यह कह सकते हैं कि हमने डॉलर में दाम दिए हैं और ग्राहक को इसकी जानकारी है इसलिए उसने हमें जानकारी नहीं दी है।

अच्छी शक्ल भी जरूरी ह
आजकल आपके ग्राहक चाहते हैं कि दुभाषिए दिखने में भी अच्छा हो। यह जरूरी नहीं कि आप फिल्मी नायक या नायिका की तरह दिखाई दें, लेकिन आपको स्मार्ट दिखार्ई देना चाहिए तथा परिधान भी उसी के अनुरूप होना चाहिए। पटेल द्वारा अँगरेजी, चीनी, डच, फ्रेंच, जर्मन, इटालियन, स्पेनिश, रूसी, पोलिश, जापानी, हिन्दी, गुजराती, मराठी, बंगाली, तमिल, कन्नड़ और पंजाबी भाषाओं में अनुवाद कार्य कराया जाता है।

सामान्यतः एक व्यक्ति द्वारा अनुवाद तथा दूसरे व्यक्ति द्वारा उसका संपादन किया जाता है। संपादक हमेशा पहले अनुवाद और उसके बाद मूल पाठ पढ़ता है। पेशेवर अनुवादक या दुभाषिए का काम एक कठिन काम है जिसके लिए गंभीरता तथा उच्चस्तरीय प्रतिबद्धता जरूरी है। याद रहे, यदि आप अनुवाद कला में माहिर हैं तो इसका मतलब यह है कि आप घर बैठे रोजाना 20 हजार रु. तक कमा सकते हैं।

चुनें कौन-सी भाष
अब से कई दशक पूर्व सारी दुनिया के व्यापार में अँगरेजी भाषा ने जो वर्चस्व स्थापित किया था, वह आज भी बरकरार है। दुनिया भर के बिजनेस एक्जीक्यूटिव अँगरेजी को ही अपनाकर अपना व्यापार आगे बढ़ा रहे हैं लेकिन अब चीन, जापान और भारत जैसी एशियाई कंपनियाँ व्यापार जगत में अपना दबदबा कायम कर रहे हैं, यह स्थिति तेजी से बदल रही है।

वैश्वीकरण के साथ जीवन के हर क्षेत्र में इंटरनेट को अपनाए जाने से यह बदलाव और तेज होगा। यदि इंटरनेट उपयोग करने वालों के आँकड़ों पर निगाहें डाली जाएँ तो पता चलता है कि माँग 43 प्रश उपभोक्ताओं द्वारा सूचना प्राप्ति के लिए अँगरेजी की माँग की गई है, शेष भाषाओं की स्थिति निम्नानुसार है-

अँगरेजी 43 प्रश, जर्मन 6.8 प्रश, इटालियन 3.8 प्रश, फ्रेंच 3.3 प्रश, स्पेनिश 6.5 प्रश, चीनी 8.8 प्रश, जापानी 8.9 प्रश, कोरियाई 4.6 प्रश, पुर्तगाली 2.6 प्रश, डच 2 प्रश, रूसी 2 प्रश, अन्य 7.4 प्रश

वैश्वीकरण से एशियाई देशों के बढ़ते कदम और वर्चस्व को देखकर यही लगता है कि इस सदी में इंटरनेट तथा व्यवसाय संप्रेषण में सामान्यतः सीजेके (चीनी, जापानी और कोरियाई) तथा एफआईजीएस (फ्रेंच, इटालियन, जर्मन, स्पेनिश) का वर्चस्व रहेगा। इस लिहाज से इस क्षेत्र मेंकरियर बनाने वालों को इन भाषाओं के बढ़ते महत्व को देखते हुए भाषाएँ सीखनी चाहिए।

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