ओबीसी आरक्षण के मुद्दे ने ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एम्स) प्रवेश परीक्षा के परिणामों को अधर में लटका दिया है। देश के मेडिकल इंस्टीट्यूशंस में शीर्ष पर माने जाने वाले एम्स के रिजल्ट घोषित होने में हो रही इस देरी का असर खासतौर पर टॉपर्स पर पड़ रहा है।
एम्स को छोड़ अन्य सभी मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं के रिजल्ट आ चुके हैं और चुने गए स्टूडेंट्स ने विभिन्न कॉलेजों में एडमिशन भी ले लिया है। इसके बावजूद हर मेडिकल स्टूडेंट का सपना कहे जाने वाले एम्स को लेकर उम्मीदें बरकरार हैं।
रिजल्ट में हो रही देरी उत्सुकता तो बढ़ा रही है, लेकिन सिलेक्ट होने वाले स्टूडेंट्स को एजुकेशन लोन से लेकर एडमिशन की कागजी कार्रवाई के लिए भी दोबारा मशक्कत करना पड़ेगी।