भारत की नजरें इंग्लैंड दौरे की सकारात्मक शुरुआत पर

Webdunia
बुधवार, 25 जून 2014 (18:06 IST)
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लीसेस्टर। इंग्लैंड के 2011 दौर की कड़वी यादों को भुलाने के इरादे के साथ भारतीय टीम गुरुवार से यहां जब 3 दिवसीय अभ्यास क्रिकेट मैच में लीसेस्टरशर का सामना करेगी तो उसकी नजरें ढाई महीने लंबे दौरे की सकारात्मक शुरुआत करने पर टिकी होंगी।

महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई वाली भारतीय टीम 5 टेस्ट, 5 वनडे और 1 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच के लिए पिछले हफ्ते लंदन पहुंच गई।

टीम इंडिया इंग्लैंड के पिछले दौरे पर जीत के लिए तरसती रही थी। इस दौरान धोनी की टीम को टेस्ट श्रृंखला में 0-4 के क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा जबकि उसने 5 मैचों की वनडे श्रृंखला 0-3 से गंवाई। इसके अलावा टीम को एकमात्र टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में भी शिकस्त का सामना करना पड़ा।

इंग्लैंड के पिछले दौरे पर भारतीय टीम में सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर और कप्तान धोनी जैसे अनुभवी खिलाड़ी मौजूद थे लेकिन इसके बावजूद टीम जीत से वंचित रही।

इस बार हालांकि टीम इंडिया की नजरें विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा जैसे युवा खिलाड़ियों पर होंगी।

भारतीय टीम ने अभी इंग्लैंड पहुंचने के बावजूद वहां सुर्खियां नहीं बटोरी हैं। इंग्लैंड पर इस समय फीफा विश्व कप का बुखार चढ़ा है फिर भले ही उसकी टीम फुटबॉल के महाकुंभ से बाहर क्यों न हो गई हो। इसके अलावा श्रीलंका के हाथों इंग्लैंड की घरेलू टेस्ट श्रृंखला में पहली हार भी खूब सुर्खियां बनी हैं।

इंग्लैंड के श्रीलंका को श्रृंखला गंवाने का फायदा धोनी और उनकी युवा टीम को मिल सकता है, क्योंकि इससे मेजबान टीम का आत्मविश्वास कुछ कम हुआ होगा।

भारत इस बार दौर से पहले हालात का अच्छा जायजा लेने के इरादे से आया है। टीम को 9 जुलाई को नाटिंघम में शुरू होने वाले पहले टेस्ट से पूर्व 2 अभ्यास मैच खेलने है।

दूसरा अभ्यास मैच 1 से 3 जुलाई तक डर्बीशर के खिलाफ खेला जाएगा। भारतीय टीम को पहले टेस्ट से पूर्व इंग्लैंड में लगभग एक पखवाड़े का समय बिताने का मौका मिलेगा।

इसके अलावा टीम में शामिल अधिकांश खिलाड़ियों को आईपीएल-7 के बाद आराम दिया गया था, क्योंकि उन्होंने लंबे सत्र में हिस्सा लिया जिसमें दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड दौरे भी शामिल रहे।

भारत को इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच से पूर्व दो अभ्यास मैच खेलने को मिलेंगे जबकि दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड पहले से ऐसा नहीं हुआ था जिससे उसके खिलाड़ियों को सामंजस्य बैठाने के लिए जूझना पड़ा था।

धोनी की टीम को अब अभ्यास मैच खेलने के मौके का फायदा उठाना होगा, क्योंकि टीम के अधिकांश खिलाड़ियों को इंग्लैंड के हालात में खेलने का अनुभव नहीं है। मौजूदा 18 सदस्यीय टीम में केवल धोनी, गौतम गंभीर और ईशांत शर्मा को इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट खेलने का अनुभव है।

भारतीय गेंदबाजी आक्रमण का संयोजन हालांकि अभी तय नहीं है। टीम में ऑलराउंडर स्टुअर्ट बिन्नी के अलावा 6 तेज गेंदबाज और 2 स्पिनर हैं। यह देखना रोचक होगा कि पहले अभ्यास मैच में इनमें से किसे खेलने का मौका मिलता है।

अभ्यास मैच के लिए अंतिम एकादश पहले टेस्ट के लिए टीम प्रबंधन की संभावित पसंद पर भी रोशनी डालेगी।

दूसरी तरफ भारतीय बल्लेबाजों की नजरें अभ्यास मैच का फायदा उठाने और हालात से सामंजस्य बैठाने पर टिकी होंगी। गुरुवार के मैच का बल्लेबाजी क्रम काफी हद तक यह भी दर्शाएगा कि टीम प्रबंधन और कप्तान की योजनाओं में गंभीर की क्या भूमिका रहेगी।

गंभीर ने लगभग डेढ़ साल तक बाहर रहने के बाद टीम में वापसी की है। सलामी जोड़ी के रूप में टीम की पहली पसंद हालांकि शिखर धवन और मुरली विजय ही होंगे। धोनी हालांकि तीनों सलामी बल्लेबाजों को मौका दे सकते हैं।

इस बीच लीसेस्टर की टीम को भी काउंटी टीम में अपने खराब प्रदर्शन से उबरने का मौका मिलेगा। टीम डिवीजन 2 अंक तालिका में अंतिम स्थान पर चल रही है।

मैच भारतीय समयानुसार दोपहर 3.30 बजे शुरू होगा। (भाषा)

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