बर्लिन। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव वॉ का मानना है कि पूरी दुनिया में अपने पैर फैला चुकी ट्वंटी-20 लीग पैसे को बढ़ावा दे रही है और इसकी वजह से खिलाड़ी अब टीम की बजाय पैसे को अहमियत देने लगे हैं।
वॉ ने यहां विश्व खेल पुरस्कार वितरण कार्यक्रम के दौरान संवाददाताओं से कहा, 'ट्वंटी-20 लीग की लोकप्रियता अब इतनी बढ़ गई है कि खिलाड़ी अब पैसे को टीम से ऊपर रखकर देखते हैं। उनकी नजर में पैसा अब ज्यादा महत्व रखने लगा है। इस वजह से क्रिकेट में बदलाव देखने को मिला है।'
पूर्व आस्ट्रेलियाई कप्तान वॉ ने कहा कि पूरी दुनिया में चल रही ट्वंटी-20 लीग पैसे की प्रति निष्ठा को बढ़ावा दे रही है जिसने किसी भी देश के लिए क्रिकेट के सभी तीनों प्रारूपों में सही संतुलन बिठाना असंभव कर दिया है। हालांकि वॉ को लगता है कि भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड इस संतुलन को सही रखने में सबसे नजदीक हैं। उन्होंने कहा कि ट्वंटी-20 लीग में पेश किए जाने वाले प्रोत्साहन से राष्ट्रीय सेवा के प्रति निष्ठा में गिरावट देखने को मिली है।
वॉ ने कहा, 'मुझे लगता है कि जहां तक संतुलन बिठाने की बात है तो ऑस्ट्रेलिया सबसे करीब है, भारत में संभावना है और इंग्लैंड भी सही दिशा में आगे आ रहा है। मेरा मानना है कि यह देखते हुए कि तीन विभिन्न टीमें हैं, सही संतुलन बैठाना असंभव है। यह यथार्थवादी नहीं है। मुझे नहीं लगता कि खेल के सभी प्रारूपों में कोई एक दुनिया का नंबर एक होगा।' (वार्ता)