क्रिकेट से संन्यास ले चुके बाएं हाथ के पूर्व बल्लेबाज विनोद कांबली ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की जमकर आलोचना करते हुए कहा कि इसके चलते घरेलू क्रिकेट की हत्या हो रही है।
कांबली ने यहां कोकाकोला अंडर-16 अंतर स्कूल क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए आयोजित संवाददाता सम्मेलन में खुलकर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा मैं पूरी तरह आईपीएल के खिलाफ हूं। हमारे देश का युवा घरेलू क्रिकेट में खेलने की बजाए आईपीएल की तरफ दौड़ रहा है, जिससे निश्चित ही घरेलू क्रिकेट की हत्या हो जाएगी और इसके पीछे दौड़ रहे युवाओं का करियर पनपने से पहले की खत्म हो जाएगा।
संवाददाता सम्मेलन में मौजूद दिल्ली के पूर्व विकेटकीपर और आईपीएल टीम कोलकाता नाइटराइडर्स के सहायक कोच विजय दहिया कांबली के इस विचारों से बिल्कुल सहमत नजर नहीं आए। दहिया ने कहा हर कोई अपने विचार व्यक्त करने के लिए स्वतंत्र है लेकिन मैं कांबली से सहमत नहीं हूं कि आईपीएल से टेस्ट या वनडे को कोई खतरा है बल्कि इस टूर्नामेंट ने तो युवा खिलाड़ियों को अपनी पहचान बनाने का एक प्लेटफार्म दे दिया है।
हाल ही में प्रथम श्रेणी क्रिकेट को अलविदा कहने वाले कांबली ने कहाहर क्रिकेटर के लिए टेस्ट सर्वोच्च है। युवाओं को यही सिखाया जाना चाहिए कि उनका लक्ष्य टेस्ट क्रिकेट और देश के लिए खेलना है। आईपीएल जैसे टूर्नामेंट तो उनका करियर छोटा ही कर देंगे।
कांबली ने कहा जब मैंने और सचिन तेंडुलकर ने खेलना शुरू किया था, तब कोई आईपीएल नहीं था। उस समय युवा खिलाड़ी अंडर-16, अंडर-19 और अंडर-22 खेलकर ही भारतीय टीम में जगह बना सकते थे लेकिन आईपीएल की मारामारी में युवाओं ने घरेलू क्रिकेट को तरजीह देना ही बंद कर दिया है।
पूर्व बल्लेबाज ने कहा अब तो हाल यह है कि युवा क्रिकेटर एकाध रणजी मैच खेलकर ही आईपीएल में पहुंच रहे हैं। इन युवाओं और इनके माता-पिता का एकमात्र लक्ष्य सिर्फ आईपीएल रह गया है क्योंकि इसमें जल्दी नाम मिल जाता है। पैसा भी मिलता है और सिर्फ डेढ़ महीने खेलना होता है।
कांबली ने कहा लेकिन आप मानिए कि एक दिन यह हालत हो जाएगी कि आईपीएल सास, बहू और साजिश बन जाएगा। दूसरी तरफ दहिया ने कांबली के ठीक विपरीत कहा आईपीएल से युवाओं के लिए नए रास्ते खुलेंगे। उन्हें खुद को साबित करने का एक मंच मिला है।
दहिया ने कहा कि आईपीएल से टेस्ट को कोई खतरा नहीं है। स्थिति यह है कि आईपीएल ने कई चीजें सुधारी हैं। खिलाड़ियों को फायदा पहुंचा है। उन्हें पहचान मिली है, जो आईपीएल का प्लस प्वाइंट है।
कांबली ने दिल्ली में इंग्लैंड के खिलाफ हुए दूसरे वनडे में युवा बल्लेबाज विराट की पारी की तारीफ करते हुए कहा युवाओं को इस पारी से बहुत कुछ सीखना चाहिए। यह दबाव में खेली गई बेहतरीन पारी थी। न केवल कोहली बल्कि टीम इंडिया के युवा खिलाड़ी भी इस समय अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
संवाददाता सम्मेलन में मौजूद पूर्व भारतीय विकेटकीपर सबा करीम ने देश में कम तेज गेंदबाज होने के सवाल पर कहा मैं इस बात से सहमत नहीं हूं। हम भी तेज गेंदबाज पैदा कर सकते हैं। हमारे पास इस समय कुछ ऐसे तेज गेंदबाज हैं जो 140 से 145 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से गेंद फेंक सकते हैं।
सबा ने कहा इस टूर्नामेंट के जरिए हमारा उद्देश्य खिलाड़ियों को तैयार करना है। इससे जो अच्छे खिलाड़ी निकलेंगे, उनके लिए हम बाकायदा कोचिंग शिविर लगाएंगे और उन्हें खेल की बारीकियों से अवगत कराएंगे।
दहिया ने कहा मेरे ख्याल से हमारी चिंता तेज गेंदबाज नहीं, बल्कि स्पिन गेंदबाजी है। हमारे पास अच्छे स्पिनरों की कमी है और बढ़िया स्पिनर सामने निकलकर नहीं आ पा रहे हैं। कोकाकोला अंडर-16 स्कूल टूर्नामेंट का दिल्ली चरण 21 अक्टूबर से शुरू होगा, जिसमें 64 स्कूलों की टीमें हिस्सा लेंगी। प्रारंभिक राउंड नाकआउट होगा। इसके बाद क्वार्टर फाइनल लीग के मुकाबले होंगे।
टूर्नामेंट के मैच सात स्थलों पर खेले जाएंगे, जिसमें विजेता स्कूल को 50 हजार रुपए और उपविजेता को 30 हजार रुपए मिलेंगे। दस केन्द्रों में खेले जाने वाले इस टूर्नामेंट में हर केन्द्र की विजेता टीमें फिर अंतरराज्यीय चैलेंज टूर्नामेंट में हिस्सा लेगी जिसमें विजेता को एक लाख रुपए और उपविजेता को 70 हजार रुपए दिए जाएंगे। देशभर के पूरे टूर्नामेंटों में 700 स्कूलों से 11 हजार से ज्यादा खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। (वार्ता)