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भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सिरीज जीती

मोहाली वनडे में भारत ने इंग्लैंड को 5 विकेट से हराया

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मोहाली , शुक्रवार, 21 अक्टूबर 2011 (00:55 IST)
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अजिंक्य रहाणे भले ही नौ रन से शतक से चूक गए लेकिन गौतम गंभीर के साथ उनकी शतकीय साझेदारी की मदद से भारत ने इंग्लैंड को यहां तीसरे एकदिवसीय मैच में पांच विकेट से हराकर पांच मैचों की श्रृंखला में 3-0 की निर्णायक बढ़त बना ली।

रहाणे ने 104 गेंद में छह चौकों की मदद से 91 रन की पारी खेलने के अलावा गौतम गंभीर (58) के साथ दूसरे विकेट के लिए 111 जबकि पार्थिव पटेल (38) के साथ पहले विकेट के लिए 79 रन की साझेदारी की।

भारत एक समय 27 रन पर चार विकेट गंवाने के बाद संकट में घिर गया था लेकिन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (31 गेंद में नाबाद 35, तीन चौके) और रविंद्र जडेजा (24 गेंद में नाबाद 26, दो चौके) ने अंत में छठे विकेट के लिए सिर्फ 46 गेंद में 65 रन की अटूट साझेदारी करके भारत को 299 रन के लक्ष्य तक पहुंचा दिया। धोनी ने टिम ब्रेसनेन के अंतिम ओवर की पहली दो गेंद में लगातार दो चौके जड़कर टीम को पांच विकेट पर 300 रन के स्कोर तक पहुंचाया।

इससे पहले इंग्लैंड ने जोनाथन ट्रॉट (नाबाद 98), समित पटेल (नाबाद 70) और केविन पीटरसन (64) के अर्धशतकों की मदद से चार विकेट पर 298 रन बनाए थे।

ट्रॉट ने 116 गेंद की अपनी पारी में आठ चौके जड़े जबकि समित ने केवल 43 गेंद की अपनी पारी में सात चौके और दो छक्के मारे। भारत ने इसके साथ ही इंग्लैंड में पांच मैचों की वनडे श्रृंखला 0-3 से गंवाने का बदला भी चुका लिया। टीम इंडिया ने श्रृंखला जीतने के साथ आईसीसी की वनडे टीमों की रैंकिंग में भी अपना चौथा स्थान फिलहाल सुरक्षित कर लिया।

पार्थिव और रहाणे दोनों ने ब्रेसनेन और जेड डर्नबैक पर चौके मारे और 15 ओवर में टीम का स्कोर 75 रन तक पहुंचाया। इंग्लैंड ने 16वें ओवर में गेंदबाजी पावर प्ले लिया और ब्रेसनेन ने चौथी गेंद पर ही पार्थिव को पगबाधा आउट कर दिया। टीवी रीप्ले में हालांकि अंपायर का यह फैसला काफी करीबी लग रहा था।

गंभीर ने ब्रेसनेन पर चौका जड़कर खाता खोला जबकि रहाणे ने ग्रीम स्वान की गेंद पर एक रन के साथ 59 गेंद में अपना दूसरा अर्धशतक पूरा किया।

गंभीर और रहाणे दोनों ने खुलकर बल्लेबाजी की और इंग्लैंड के गेंदबाजों को काफी परेशान किया। गंभीर हालांकि 23वें ओवर में 17 रन के निजी स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब समित पटेल की गेंद पर क्रेग कीस्वेटर ने उनका कैच छोड़ दिया।

रहाणे ने इसके बाद ग्रीम स्वान जबकि गंभीर ने समित पर चौका जड़ा। गंभीर ने स्वान की गेंद को लांग आफ के उपर से छह रन के लिए भेजकर 53 गेंद में अर्धशतक पूरा किया और साथ ही शतकीय साझेदारी भी पूरी की।

एलिस्टेयर कुक ने 34वें ओवर में एक बार फिर गेंद स्टीवन फिन को थमाई जिन्होंने अपने कप्तान को निराश नहीं करते हुए गंभीर को पीटरसन के हाथों कैच करा दिया। गंभीर फिन की गेंद को कवर के उपर से खेलने की कोशिश में हवा में लहरा गए और पीटरसन ने एक हाथ से कैच लपकते हुए इंग्लैंड को दूसरी सफलता दिलाई। गंभीर ने 60 गेंद की अपनी पारी में तीन चौके और एक छक्का मारा।

कोहली ने इसके बाद डर्नबैक और फिन पर चौका जड़ा लेकिन रहाणे फिन की धीमी गेंद पर मिड ऑफ पर कुक को कैच दे बैठे। सुरेश रैना भी ब्रेसनेन के अगले ओवर में पीटरसन को कैच थमाकर खाता खोले बिना पवेलियन लौटे। टीम इंडिया बल्लेबाजी पावर प्ले का फायदा उठाने में नाकाम रही और पांच ओवर में 33 रन जोड़कर टीम ने दो विकेट गंवाए।

कोहली भी इसके बाद स्वान की नीची रहती गेंद पर पगबाधा आउट हुए। उन्होंने 30 गेंद का सामना करते हुए पांच चौके मारे। कप्तान धोनी और जडेजा ने इसके बाद भारत के लिए जिम्मेदारी संभाली। टीम इंडिया को अंतिम पांच ओवर में जीत के लिए 46 रन की दरकार थी। धोनी और जडेजा ने 48वें ओवर में फिन पर एक एक चौका सहित 13 रन जोड़कर टीम को लक्ष्य के करीब पहुंचाया।

जडेजा 49वें ओवर की पहली गेंद पर रन आउट हो जाते लेकिन कीस्वेटर ने थ्रो पर हाथ से स्टंप उखाड़ने से पहले पैर से बेल्स गिरा दिए थे। धोनी ने इसके बाद ब्रेसनेन पर लगातार दो चौके जड़कर भारत को मैच और श्रृंखला जिता दी।

इससे पहले ट्रॉट ने पीटरसन (64) के साथ तीसरे विकेट के लिए 101 जबकि समित के साथ पांचवें विकेट के लिए सिर्फ 71 गेंद पर 103 रन की अटूट साझेदारी की। इंग्लैंड की शुरुआत खराब रही जब कप्तान कुक (3) चौथे ओवर में ही तेज गेंदबाज आर विनय कुमार की गेंद पर पगबाधा आउट हो गए।

सलामी बल्लेबाज कीस्वेटर (36) और ट्रॉट ने पारी को संभाला। कीस्वेटर ने प्रवीण कुमार और विनय कुमार पर चौके जड़ने के बाद इन दोनों की गेंदों को 6-6 रन के लिए भी भेजा। भारत ने 16वें ओवर में गेंदबाजी पावर-प्ले लिया और इंग्लैंड ने इन पांच ओवर में बिना विकेट खोये 35 रन जोड़ लिए। पीटरसन ने इस दौरान प्रवीण पर चार चौके मारे और इंग्लैंड का स्कोर 19वें ओवर में 100 रन के पार पहुंचाया।

पीटरसन ने रविंद्र जडेजा की गेंद को डीप बैकवर्ड प्वाइंट से चार रन के लिए भेजकर 48 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। जडेजा ने हालांकि पीटरसन को पगबाधा कर दिया। उन्होंने 61 गेंद की अपनी पारी में नौ चौके मारे। भारत ने इसके बाद कसी हुई गेंदबाजी की। इंग्लैंड ने 36वें ओवर में बल्लेबाजी पावर प्ले लिया। रविंद्र बोपारा (24) और ट्रॉट ने विनय कुमार पर चौके जड़े लेकिन प्रवीण ने बोपारा को बोल्ड करके इस साझेदारी को तोड़ दिया।

ट्रॉट ने इसके बाद समित के साथ मेहमान टीम का स्कोर 300 रन के करीब पहुंचाया। समित ने विनय कुमार पर लगातार दो चौके जड़ने के अलावा उमेश यादव पर भी दो चौके मारे। उन्होंने विनय कुमार की गेंद को लांग लेग क्षेत्र में छह रन के लिए भेजा और फिर 36 गेंद में कैरियर का पहला अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने विनय कुमार की पारी की अंतिम गेंद को छह रन के लिए भेजा। इंग्लैंड ने अंतिम 10 ओवर में 91 रन जोड़े। (भाषा)

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