भारतीय टीम में चयनित क्रिकेटर ट्रेनिंग को तरसा
नई दिल्ली , गुरुवार, 29 मई 2014 (22:58 IST)
नई दिल्ली। ऐसा भारत में ही हो सकता कि जहां एक क्रिकेटर जो जल्द ही राष्ट्रीय टीम की ओर से खेलने वाला है, उसे अपने ही मैदान पर उचित ट्रेनिंग सुविधाएं नहीं मिल रही है और उसे ऐसा करने के लिए अपनी जेब से भुगतान करना पड़ रहा है।केदार जाधव की आवाज में यह निराशा साफ महसूस की जा सकता है, हालांकि उन्हें अगले महीने बांग्लादेश के दौरे के लिए राष्ट्रीय टीम में चुने जाने की खबर मिल चुकी है।निराश जाधव ने कहा, मैं पिछले 14 वर्षों से पुणे में डेक्कन जिमखाना क्लब का प्रतिनिधित्व कर चुका हूं। फिर भी, उन्होंने पिच तैयार करने से इनकार कर दिया, ताकि मैं बांग्लादेश दौरे से पहले उचित नेट अभ्यास कर सकूं। जाधव ने कहा, आज मुझे भारतीय टीम में शामिल किया गया है, मैं इस क्लब से ‘ए’ टीम और आईपीएल के लिए खेल चुका हूं, लेकिन मुझे लगता है कि वे मेरी प्रगति से खुश नहीं हैं। यह पूछने पर कि बांग्लादेश दौरे से दो हफ्ते पहले वे किस तरह से ट्रेनिंग की योजना बना रहे हैं तो उनका जवाब और भी हैरानीभरा था। उन्होंने कहा, मैं अब अभ्यास के लिए 22 यार्ड क्रिकेट अकादमी को 18000 रुपए की मासिक फीस दे रहा हूं, जहां उचित पिच है। उन्होंने कहा, मैं नहीं जानता कि भारत के लिए चुने जाने वाले कितने क्रिकेटरों के साथ उनके ही राज्य में ऐसा व्यवहार होता है। जाधव ने इस सत्र में रणजी ट्रॉफी में 1223 रन जुटाए हैं। यह 29 वर्षीय खिलाड़ी दिल्ली डेयरडेविल्स के निराशाजनक अभियान के बावजूद बेहतर प्रदर्शन करने वाला एक खिलाड़ी था। उन्होंने अपनी इस नाखुशी को छुपाया नहीं कि उन्हें शुरुआती मैचों में ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला। उन्होंने कहा, सच कहूं तो आपकी छाती पर लगा ‘लोगो’ ही मायने रखता है। जाधव ने कहा, अगर आपके पास ‘भारत का लोगो’ है तो आपको ज्यादा गंभीरता से लिया जाएगा। उम्मीद है कि भारत के लिए खेलने के बाद मुझे भी आईपीएल में ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी का मौका मिलेगा। मैं अपनी काबिलियत साबित करने के लिए ज्यादा गेंद खेलने का मौका हासिल करना चाहूंगा। (भाषा)