Sawan posters

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

हिन्दी कविता : उजास .....

Advertiesment
हमें फॉलो करें मेरा ब्लॉग
-शैली बक्षी
एक उजला-सा टुकड़ा धूप का
ठिठका रहा दहलीज पर
बडी देर तक
इंतजार करता रहा
बंद किवाड़ के खुलने का
तलाशता रहा कोई झरोखा या सूराख
आखिर टूटी खिड़की से दाखिल हो ही गया,
दबे पांव और रोशन हो गया 
जैसे अंधेरा एक कोना
मिट गए गिले-शिकवे
छट गया मन का कुहासा
आतुर हाथों ने खोल दिए दिल के बंद कपाट
उजास ने सजा दिए वंदनवार
और जीवन धूप-सा खिल उठा.....

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi