1985 में गुजरात में कांग्रेस की 182 में से 149 सीट आई थीं। कांग्रेस को अहंकार हो गया। 1987 में किसान आंदोलन हुआ। कांग्रेस ने उसका दमन किया और गुजरात के लोगों ने 149 सीट वाली कांग्रेस को अगले चुनाव में उखाड़ फेंका।
पिछले 30 साल से गुजरात में बीजेपी का शासन है। उन्हें भी अब बहुत… pic.twitter.com/Nsd4IsHLlc