मैगी में सीसा व मोनोसोडियम ग्लूटामेट के खतरनाक स्तर पाए जाने के बाद पूरे देश में मैगी को लेकर एक बहस खड़ी हो गई है। मैगी ने लोगों को डरा दिया है जिसकी वजह से कई लोगों ने इससे तो अब तक तौबा कर ली है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि मैगी ही अकेला पैकेज्ड फूड नहीं है जिसमें इस तरह के पदार्थ पाए गए हैं, जो आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं, बल्कि और भी ऐसे फूड हैं जिनमें ये खतरे पाए जाते हैं। आइए, नजर डालते हैं।
1. हम में से बहुत से लोग हॉट डॉग के शौकीन होते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि हॉट डॉग को खूबसूरती से बनाने के पीछे क्या राज है। दरअसल, हॉट डॉग में सोडियम नाइट्रेट का इस्तेमाल किया जाता है।
सोडियम नाइट्रेट एक हानिकारक तत्व है जिसके प्रयोग से अस्थमा के बढ़ने की आशंकाएं होती हैं व यह आपके फेफड़े को भी प्रभावित करता है।
इस तत्व का इस्तेमाल सॉस में भी होता है जिसे आप बड़े चाव से खाते हैं। इसलिए जितना हो सके, पैक्ड फूड से बचें, क्योंकि हो सकता है इनमें भी वही कुछ मिला हो, जो आपकी सेहत को खराब कर सकता हो।
2. बाजार में ब्रेड और अन्य बैकरी उत्पादों की बिक्री पिछले 20 सालों में खूब बढ़ी है। अब शहर से लेकर गांवों तक ये बैकरी उत्पाद आसानी से मिल जाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है इसमें पोटेशियम ब्रोमेट नामक तत्व मिलाया जाता है।
इसका इस्तेमाल ब्रेड के आटे का लचीलापन बढ़ाने के लिए किया जाता है। कई बार क्या होता है कि ब्रेड को उच्च तापमान पर नहीं पकाया जाता जिसकी वजह से पोटेशियम ब्रोमेट ब्रेड पर ही रह जाता है।
ऐसे में बिना सिंकी या पकी ब्रेड को खाना स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। पोटेशियम ब्रोमेट अगर आपके शरीर के अंदर प्रवेश कर गया तो इससे कैंसर का खतरा होता है।
जानिए अगले पेज पर,सोडियम बैंजोएट ये भी है खतरनाक...
3. बाजार के पैकेट वाले खाद्य पदार्थों में एक और तत्व सोडियम बैंजोएट का इस्तेमाल किया जाता है। इसका इस्तेमाल सॉस, फ्रूट जूस, जैम और अचार आदि में किया जाता है।
इनमें इसकी इस्तेमाल की सीमा तय है, लेकिन अगर इसका इस्तेमाल ज्यादा किया जाता है, जैसा कि मैगी के कई सैंपलों में पाया गया है तो यह स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। यह एक ऐसा संरक्षक है जिसके इस्तेमाल से कैंसर का खतरा बढ़ता है और शरीर की स्वस्थ कोशिकाओं को क्षति पहुंचती है।
4. ट्रांस फैट एक और तत्व है, जो वेजीटेबल ऑइल में हाइड्रोजन मिलाकर इसका इस्तेमाल किया जाता है। केक, कुकीज, पोटैटो चिप्स, फ्रैंच फ्राइज आदि में इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसके अधिक इस्तेमाल से धमनियों के प्रभावित होने की आशंकाएं होती हैं।
5. एक और तत्व प्रोपाइल गैलेट का इस्तेमाल मीट पदार्थों, सब्जी के तेल, पोटैटो के स्टिक्स, च्यूइंगगम, रेडी टू ईट सूप आदि में किया जाता है। इनका इस्तेमाल इन पदार्थों को अधिक समय तक संरक्षित करने के लिए किया जाता है। इसके ज्यादा इस्तेमाल से पेट के कैंसर का खतरा रहता है।
6. आजकल लो कैलोरी डाइट फूड (कम वसा वाला भोजन) का प्रचलन कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है। इसके विकल्प के रूप में एस्परटेम का इस्तेमाल किया जाता है। यह एक तरह का कृत्रिम स्वीटनर है। इसके ज्यादा इस्तेमाल से पहले सिरदर्द की समस्या हो सकती है और कुछ दिनों के बाद तो आप अंधे भी हो सकते हैं।
7. आप सॉफ्ट ड्रिंक, हैमबर्गर बन, मफिन्स, बीयर, स्पेगटी, सॉस और कैचप का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि इसमें मिठास कैसे आती है? इसके लिए हाई फ्रक्टोस कॉर्न सिरप का इस्तेमाल किया जाता है। इसका इस्तेमाल इसलिए किया जाता है, क्योंकि यह परंपरागत रूप से पदार्थ को मीठा करने से सस्ता पड़ता है।
इसके ज्यादा इस्तेमाल से शरीर का मेटाबोलिज्म बिगड़ता है और दिल की बीमारियों व मधुमेह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसके सेवन से ज्यादा खाना खाने का मन करता है जिससे कि इंसान के शरीर में चर्बी बढ़ जाती है।