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साकार नहीं हो सका सोने का सपना

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नई दिल्ली (भाषा) , शनिवार, 23 अगस्त 2008 (16:47 IST)
सुपरस्टार रोनाल्डिन्हो की मौजूदगी के बावजूद पाँच बार की विश्व चैम्पियन टीम ब्राजील का स्वर्ण पदक जीतने का सपना बीजिंग ओलिम्पिक में फिर टूट गया। उसे अपना सपना पूरा करने के लिए चार साल और इंतजार करना होगा।

ब्राजील ने तीसरे स्थान के लिए हुए मुकाबले में शुक्रवार को बेल्जियम को 3-0 से हराकर सांत्वना पुरस्कार के रूप में अपना चौथा ओलिम्पिक पदक और दूसरा काँस्य पदक जीता। उसने 1984 और 1988 में रजत और 1996 अटलांटा ओलिम्पिक में काँस्य पदक जीता था।

चिर प्रतिद्वंद्वी अर्जेंटीना ने बीजिंग ओलिम्पिक के सेमीफाइनल में ब्राजील को 3-0 से हराकर उसकी सोना जीतने की उम्मीदों को करारा झटका दिया।

ब्राजील की टीम 1984 और 1988 में फाइनल में पहुँचने में कामयाब रही थी, लेकिन दोनों अवसरों पर उसे रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा था। फुटबॉल का गढ़ माने जाने वाला ब्राजील अभी तक ओलिम्पिक में विश्वकप जैसा प्रदर्शन नहीं कर पाया है।

विश्वकप विजेता टीम के इस लचर प्रदर्शन पीछे ओलिम्पिक के नियम भी कारण माना जाते रहे हैं, क्योंकि खेलों के इस महासमर की फुटबॉल स्पर्धा में 18 में से 15 खिलाड़ी 23 वर्ष से कम उम्र के होते हैं, जबकि तीन खिलाड़ी इससे अधिक उम्र के हो सकते हैं।

20 वर्ष से कम उम्र के खिलाड़ियों से बनी ब्राजील की युवा टीम चार बार विश्व युवा चैम्पियनशिप अपने नाम कर चुकी है। उसने 1983, 1985, 1993 और 2003 में विश्व युवा चैम्पियनशिप जीती और अर्जेंटीना के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाला यह दूसरा देश है, लेकिन इसके बावजूद ओलिम्पिक में उसका प्रदर्शन लचर ही रहा है।

ओलिम्पिक में पहले एमेच्योर खिलाड़ियों को ही तरजीह दी जाती थी और यही वजह के महान फुटबॉलर पेले कभी ओलिम्पिक खेलों में शिरकत नहीं कर पाए। इसके अलावा ब्राजील के अधिकतर दुनिया के मशहूर क्लबों से जुड़े होते थे, जो अपने खिलाड़ियों को ओलिम्पिक के लिए नहीं छोड़ते।

ब्राजील की टीम ने ओलिम्पिक में अंतिम 2000 में सिडनी ओलिम्पिक में भाग लिया था। वह 1992 और 2004 के ओलिम्पिक में क्वालीफाई नहीं कर पाई थी।

फ्रांस ने 1998 विश्व कप के फाइनल में ब्राजील को पाँचवीं बार विश्व कप जीतने से रोका था, लेकिन वह इससे पहले भी इस चैंपियन टीम को दर्द दे चुका था। फ्रांस ने ही 1984 लास एंजिल्स में ब्राजील को फाइनल में 2-0 से शिकस्त देकर उसकी स्वर्ण पदक जीतने की आस पूरी नहीं होने दी थी।

ब्राजील ने 2002 में विश्व कप जीतकर पाँच बार खिताब जीतने का सपना तो पूरा कर लिया था, लेकिन ओलिम्पिक स्वर्ण की उसकी वर्षा की आस अभी तक पूरी नहीं हो पायी है और अब उसे 2012 लंदन ओलिम्पिक खेलों का इंतजार करना होगा।

ब्राजील इसके अलावा 1988 सोल ओलिम्पिक के फाइनल में सोवियत रूस से अतिरिक्त समय में 21 से हार गया था। वर्ष 1996 में अटलांटा में ब्राजील को सेमीफाइनल में अतिरिक्त समय में नइजीरिया के हाथों 4-3 से का सामना करना पड़ा था, जिससे उसे काँस्य पदक से ही संतोष करना पड़ा।

दो बार 'वर्ल्ड प्लेयर ऑफ द ईयर' रह चुके रोनाल्डिन्हो एसी मिलान की 18 वर्षीय सनसनी रोबिन्हो एलेक्जांद्रो पाटो और मैनचेस्टर यूनाइटेड के एंडरसन की मौजूदगी के बावजूद वह इस बार जीत की इबारत लिखने से महरूम हो गया।

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