मालिण हादसा, तीन माह की बच्ची ने बचाई परिवार की जान
पुणे , शुक्रवार, 1 अगस्त 2014 (13:15 IST)
पुणे। मालिण गांव में हुए भूस्खलन के कारण गुरुवार रात 10 और शवों को बाहर निकाले जाने के बाद मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 51 हो गई है।इस बीच राहत कर्मियों ने तीन माह की बच्ची के चलते पूरे परिवार के चार सदस्यों की जान बचाने में कामयाब रहे। बच्ची के रोने की आवाज सुनकर राहत कर्मियों ने जब मलबे में तलाश शुरू की तो पूरे परिवार को जिंदा बचा लिया गया। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां सभी की हालत खतरे से बाहर बताई गई है।
जिला नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि मरने वालों में 22 महिलाएं, 23 पुरुष और 6 बच्चे शामिल हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 8 घायल लोगों को बचाया गया है और उनका नजदीकी अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल (एनडीआरएफ) के 300 से अधिक जवान मलबे के टीले में जीवित लोगों को खोजने के लिए लगातार बचाव कार्य में लगे हुए हैं। अंबेगांव तालुका के गांव में घटना के 48 घंटे के बाद लोगों के बचे होने की संभावना नहीं लगती है।हादसे के कारण गांव के 44 घर मलबे के नीचे दब गए और गांव के लगभग 160 लोग इसके नीचे दब गए। हादसे में मारे गए पीड़ितों का गांव में उनके दुखी परिजनों के द्वारा शनिवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा।उम्मीद है कि महाराष्ट्र के राहत और पुर्नवास मंत्री पतंगराव कदम जिला अधिकारियों के साथ शुक्रवार को एक बैठक करेंगे। इस बैठक में मालिण गांव के प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए एक योजना तैयार की जाएगी।यहां से लगभग 100 किलोमीटर दूर गुरुवार को मालिण गांव का केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने दौरा किया और प्रधानमंत्री राहत कोष से मरने वाले सभी लोगों के निकट परिजन को 2-2 लाख रुपए सहायता देने की घोषणा की।