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stock market : शेयर बाजार में हाहाकार, सेंसेक्स 610 अंक लुढ़का, निफ्टी 26000 के नीचे आया, क्यों आ रही है बाजार में गिरावट

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
सोमवार, 8 दिसंबर 2025 (17:14 IST)
सोमवार को शेयर बाजार में जोरदार गिरावट हुई और सेंसेक्स 610 अंक लुढ़क गया जबकि निफ्टी 26,000 के स्तर से नीचे आ गया। ऊंचे स्तर पर मुनाफावसूली और विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी रहने से बाजार पर दबाव बढ़ गया। इससे पहले दो सत्रों में लगातार बढ़त रही। विश्लेषकों के मुताबिक इस सप्ताह अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक से पहले निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया हुआ है। इससे बाजार धारणा और कमजोर हुई।
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बीएसई और निफ्टी दोनों में गिरावट
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 609.68 अंक यानी 0.71 प्रतिशत गिरकर 85,102.69 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 836.78 अंक टूटकर 84,875.59 पर आ गया था। एनएसई का 50 शेयरों वाला मानक सूचकांक निफ्टी भी 225.90 अंक यानी 0.86 प्रतिशत गिरकर 25,960.55 अंक पर आ गया। कारोबार के दौरान एक समय यह 294.2 अंक टूटकर 25,892.25 के निचले स्तर पर आ गया था।
 
रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक के शेयर बढ़त के साथ बंद
सेंसेक्स के शेयर में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, इटर्नल, ट्रेंट, टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस, अदाणी पोर्ट्स, बजाज फिनसर्व, भारतीय स्टेट बैंक, पावरग्रिड, एशियन पेंट्स, टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स, टाइटन, एनटीपीसी, कोटक महिंद्रा बैंक, लार्सन एंड टूब्रो और भारती एयरटेल में उल्लेखनीय गिरावट हुई। दूसरी तरफ, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए। 
 
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 438.90 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। दूसरी ओर घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 4,189.17 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.61 प्रतिशत गिरकर 63.37 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था।
 
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर के मुता‍बिक बाजार में चौतरफा गिरावट देखने को मिली और निफ्टी 26,000 के स्तर के नीचे आ गया। निवेशक इस सप्ताह की फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक से पहले सतर्क हो गए। नायर ने कहा कि मजबूत घरेलू वृद्धि आंकड़ों और आरबीआई की हालिया ब्याज दर कटौती के बावजूद छोटी अवधि की धारणा दबाव में है। ऐसा वैश्विक मौद्रिक नीति को लेकर चिंताओं, एफआईआई की लगातार बिकवाली और मुद्रा के कमजोर होने के चलते है। उन्होंने कहा कि जापानी बॉन्ड प्रतिफल के कई वर्षों के उच्च स्तर तक उछल जाने से बाजार में उतार-चढ़ाव बढ़ गया, जिससे 'येन कैरी ट्रेड' के वापस होने की आशंकाएं बढ़ीं।
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एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी 1.34 प्रतिशत, चीन का शंघाई कंपोजिट 0.54 प्रतिशत और जापान का निक्केई 0.13 प्रतिशत बढ़ा, जबकि हांगकांग का हैंग सेंग 1.23 प्रतिशत गिर गया। यूरोपीय बाजार मिलेजुले रुख के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार शुक्रवार को बढ़त के साथ बंद हुए थे।  Edited by : Sudhir Sharma

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