दोहा एशियाई खेलों में पराजय से घुप अँधेरे में भटकी भारतीय हॉकी ने अजलान शाह कप में दोहा में ही फाइनल खेली दक्षिण कोरिया व चीन को हराकर नए सवेरे की उम्मीदें जगाई हैं।
शत-प्रतिशत शारीरिक अनुकूलता में कौशलभरी चतुराई से मिडफील्ड के साथ होनहार स्कीमर रोशन मिंज के जानदार खेल से भारत तीसरा स्थान पाने में सफल रहा। गति में साँप-से लहराते हुए मिंज ने चीन व दक्षिण कोरिया के विरुद्ध विपक्षियों को उलट-पलट कर अपना नाम रोशन किया।
सरदारसिंह ने फोरहैंड पर आए अचूक पास से गोल दाग कोरिया के विरुद्ध जीत लिखी। चीन के खिलाफ भी रोशन का कमाल पेनल्टी स्ट्रोक लाया था।
16वीं सुलतान अजलान शाह कप 7वीं बार इपोह में खेली गई। भारतीय टीम की नई पौध व नए प्रशिक्षक जोकिम कारवाल्हो ने खोई प्रतिष्ठा पाने की कोशिशें की हैं। हालाँकि अवसरों को चूकने व विरोधी आक्रमणों का दृढ़ता से प्रतिकार करने की शाश्वत कमजोरी अभी यथावत है।
चीनियों ने पेनल्टी कॉर्नर की इनडायरेक्ट व्यूहरचना में आसानी से तीन गोल मारे। प्रिंसीपल रशर हरपालसिंह विपक्षी विशेषज्ञ तक पहुँचने में विफल रहे। कप्तान प्रबोध तिर्की व विलियम खालको भी गेंद पर पैनी नजर नहीं रख प्रतिपक्षी पासेस को इंटरसेप्ट करने में असहाय दिखे।
पेनल्टी कॉर्नर डिफेंस में भारतीयों को ठीक से होमवर्क करना ही होगा।
पूल मैचों में जीत आवश्यक स्थिति में अर्जेंटीना के विरुद्ध भाग्य भारत के साथ रहा।
पेनल्टी कॉर्नर पर पेड्रो इबारा की ड्रेग फ्लिक पर क्रॉस बार संकटमोचक बनी। अंतिम मिनटों में फॉरवर्ड्स के चलने पर नवोदित भरत चिकारा की नयनाभिराम फिनिशिंग ने टीम को जितवाया।
शांतचित्तता व धैर्य से आँखें अपलक रखते हुए चतुराईभरा खेल जीत का रास्ता है। भारतीय ड्रेग फ्लिकर रघुनाथ को अपना खेल माँजना होग। प्रतिद्वंद्वी को अनावश्यक रफ टेकल पर स्वयं दंडित होकर टीम को अपसेट करने की उनकी आदत आत्मघाती है।
टेक्नीकल बेंच द्वारा रघुनाथ की जगह बिमल लाकरा के नाम पीले कार्ड का दंड अंकित करने की भूल से लगातार दो यलो पाकर भी रघुनाथ हर मैच खेलते रहे।
विरोधी खेल को पढ़कर उनसे गेंद झपटकर सही वितरण में नवोदित विक्रम कांत ने भी शाबासी पाई। गोल में एड्रियन डिसूजा, मिडफील्ड में विनय व अर्जुन हलप्पा की वापसी पर लगभग यही टीम जून में ही चैंपियंस चैलेंज कप में जीत की जय-जयकार से टॉप सिक्स में पुनः प्रतिष्ठित हो सकती है।
* परिणाम : पूल अ- ऑस्ट्रेलिया वि. भारत 1-0; वि. चीन 7-2, भारत वि. अर्जेंटीना 2-0; वि. चीन 5-4, अर्जेंटीना वि. ऑस्ट्रेलिया 1-0; वि. चीन 3-2।
* पूल ब : मलेशिया वि. कोरिया 1-0; वि. पाकिस्तान 2-2; वि. कनाडा 2-0, कोरिया वि. पाकिस्तान 4-2; वि. कनाडा 1-0, पाकिस्तान वि. कनाडा 2-0।
* वर्गीकरण मैच : पाकिस्तान वि. चीन 2-2; टाईब्रेक 3-1, अर्जेंटीना वि. कनाडा 3-0, 5वाँ स्थान : अर्जेंटीना वि. पाकिस्तान 4-2, 7वाँ स्थान : चीन वि. कनाडा 4-2।
* सेमीफाइनल : ऑस्ट्रेलिया वि. कोरिया 6-2,मलेशिया वि. भारत 2-1, कांस्य पदक : भारत वि. कोरिया 1-0
* स्वर्ण पदक : ऑस्ट्रेलिया वि. मलेशिया 3-1
* सर्वाधिक गोल : साँग यी (चीन)- 6 गोल।