जब पूरा मार्केट ब्रांडिंग व पैकेजिंग पर चल रहा हो, तो विमानन कंपनियां भला क्यों पीछे रहे। ट्रेवल्स कंपनियों की तरह विमानन कंपनियों ने भी देश-विदेश के पर्यटन स्थलों के लिए एयर टिकिट के साथ स्पेशल पैकेज शुरू किया है।
इसमें एयर इंडिया व जेट एयरवेज पर्यटकों की सुविधा के लिए एयर टिकिट के साथ आकर्षक पैकेज दे रहे हैं। वहीं इंटरनेशनल एयरलाइंस स्पाइसजेट भी जल्द ही देशी-विदेशी पर्यटन स्थलों के लिए एयर टिकिट के साथ पैकेज देने की तैयारी कर रही है।
एयर इंडिया और जेट एयरवेज ने देश के अंदर केरल, कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, अंडमान निकोबार, दिल्ली, जयपुर, आगरा सहित अन्य पर्यटन स्थलों के लिए अलग-अलग पैकेज बनाए हैं। इसमें घरेलू उड़ानों पर 13 हजार से 45 हजार तक की पैकेज है। पैकेज में एयर टिकिट के साथ होटल व टूरिस्ट स्पॉट के लिए गाड़ियों की व्यवस्था शामिल है।
विमानन कंपनियों ने पर्यटकों के पसंद के अनुसार पैकेज को फ्लेक्सिबल बनाया है। मसलन यदि कोई नैनीताल, रानीखेत, कार्बेट पार्क व मसूरी के आठ दिन व सात रातों का पैकेज ले तो उन्हें करीब 37500 रुपए खर्च करना पड़ेगा। वहीं इसमें मसूरी को हटाकर सिर्फ नैनीताल, रानीखेत व कार्बेट पार्क का पैकेज लेना चाहेंगे तो उतने ही दिन-रात के लिए करीब 25 हजार रुपए का पैकेज है।
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इसी तरह विदेशी पर्यटन स्थलों के लिए भी है। इसमें थाईलैंड के लिए ही कई पैकेजेस है। इसमें बैंकाक गेटवे के तीन दिन व दो रातों के लिए करीब 18 हजार रुपए है। वहीं बैंकाक-पटाया के पांच दिन व चार रातों के लिए करीब 28 हजार 500 रुपए का पैकेज है। इसमें जेट एयरवेज फिक्स पैकेज दे रहा है। वहीं एयर इंडिया के पैकेज के साथ अन्य खर्चें अलग से जोडे़ जाएंगे।
इस संबंध में ट्रेवल्स संचालक कीर्ति व्यास का कहना है कि एयरलाइंस के पैकेज और निजी ट्रेवल्स के पैकेज में ज्यादा फर्क नहीं होता। 99 फीसदी पर्यटक अपनी सुविधा के अनुसार पैकेज चाहते हैं। इसमें ट्रेवल्स वाले उनकी जरूरतों को ध्यान में रखकर पैकेज तैयार करते हैं। वहीं एयरलाइंस के पैकेजों का इस्तेमाल ज्यादातर शासकीय अधिकारी-कर्मचारी ही करते हैं। पैकेज में ज्यादातर पर्यटक पैसे के बजाय समय व सुविधा पर ध्यान देते हैं।