आलिया भट्ट पर्दे पर जितनी हिट है उतने ही फेमस उनकी फिल्मों के डायलॉग्स भी है।
मां का नाम काफी नहीं है ना? चलो बाप का नाम देवानंद...
इनके साथ वही करूंगी जो ये मेरे साथ किए। डिट्टो। और आज के बाद इस घर में सिर्फ एक का हाथ उठेगा!
लेकिन सब कुछ ठीक रहा तो आपका लिवर ट्रांसप्लांट कर सकती हूं...
डियर जिंदगी, क्या ठीक नहीं होना ठीक है?
वतन के आगे कुछ नहीं...खुद भी नहीं...
जीनियस वो नहीं होता जिसके पास हर सवाल का जवाब हो... जीनियस वो होता है जिसके पास हर जवाब तक पहुंचने का सब्र हो।
मोहब्बत और नफरत दोनों के रंग लाल है। लेकिन फर्क ये है कि नफरत से दुनिया बर्बाद हो जाती है.. और मोहब्बत में खुद बर्बाद होना पड़ता है।
हम दिल में आग और चेहरे पर गुलाब रखते हैं... मिटाकर आपके मर्दों की भूख हम उन औरतों का रुबाब रखते हैं।
गंगू चांद थी और…चांद ही रहेगी…
जब शक्ति, संपत्ति और सद्बुद्धि तीनों औरतें ही हैं… तो मर्दों को किस बात का गरूर…