द केरल स्टोरी रिव्यू: क्या देखने लायक है?

केरल में लड़कियों को मुस्लिम बना कर आतंक की दुनिया में है धकेलने की कहानी।

social media

'द केरल स्टोरी' में गंभीर मुद्दा तो उठाया गया है, लेकिन उसके साथ न्याय नहीं किया गया है।

social media

फिल्म के निर्देशक और लेखक सुदीप्तो सेन अपने काम में गहराई नहीं ला पाए। एक अच्छा विषय यूं ही बेकार चला गया।

social media

इतनी लड़कियों के साथ यदि गलत हुआ है तो सरकार, मानवाधिकार, विपक्षी दल ने क्या किया, इस बारे में फिल्म बात नहीं करती।

social media

मुस्लिम पात्रों से इस तरह के संवाद बुलवाए गए हैं जो दूसरे धर्मों के लोगों को आहत करे? इनकी क्या जरूरत थी?

social media

सुदीप्तो निर्देशक के रूप में भी प्रभावित नहीं करते। जो निर्देशक की पकड़ होना चाहिए वो फिल्म में नदारद है।

social media

फिल्म में कई सीन खौफनाक और भयावह हैं, जिन्हें देखना हर किसी के बस की बात नहीं है।

social media

अदा शर्मा लीड रोल में हैं, लेकिन उनकी एक्टिंग दमदार नहीं है।

social media

द केरल स्टोरी का विषय अतिसंवेदनशील है, इसे बेहतर और जिम्मेदारी से बनाया जाना था।

social media

तृषा कृष्णन का विवादों से है गहरा नाता

Follow Us on :-