कीटो डाइट अपनाने से पहले जान लें नुकसान और यह भी कि किसे इस डाइट को नहीं अपनाना चाहिए।

कीटो डाइट हाई फैट डाइट है, जिससे कार्बोहाइड्रेट का सेवन सीमित हो जाता है।

कीटो डाइट में पर्याप्त फाइबर और पोषक तत्व नहीं मिल पाते जिससे पोषक तत्वों की कमी हो सकती है।

शरीर की मांसपेशियों में जकड़न, खिंचाव और थकान जैसी समस्या हो सकती है।

इससे पाचन संबंधी समस्या, खासतौर से कब्ज का सामना करना पड़ सकता है।

कीटो डाइट में भूख कम लगती है जिससे शरीर को कमजोरी महसूस होती है।

इससे सिरदर्द, जी मचलाना, भारीपन या उल्टी जैसा मन होना, कीटो डाइट के साइड इफेक्ट्स हैं।

प्रेग्नेंट और स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को और 18 साल से कम उम्र के बच्चे को इस डाइट से बचना चाहिए।

हेल्थ सर्जरी करवाने के बाद ना करें कीटो डाइट और खून की कमी है तो भी अवॉयड करें।

डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति, पेट की समस्या से पीड़ित, कमजोर इम्यूनिटी वाले, दुबले पतले लोग भूलकर भी कीटो डाइट न करें।

वजन अधिक है लेकिन कोई गंभीर बीमारियां हैं तो डॉक्टर से पूछकर ही करें।

डिस्क्लेमर : सेहत संबंधी बातों पर अमल से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

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