देवी अहिल्याबाई कौन थी और क्या है उनकी 10 बड़ी बातें, जानिए

अहिल्याबाई का जन्म 31 मई, 1725 को हुआ था और 13 अगस्त, 1795 को निधन हो गया था।

महारानी अहिल्याबाई इतिहास प्रसिद्ध सूबेदार मल्हारराव होलकर के पुत्र खंडेराव की पत्नी थीं।

8 साल की उम्र में विवाह हुआ, 21 की उम्र में विधवा हुई और 35 की उम्र में बेटे को भी खो दिया।

1767 में शासन की बागडोर अपने हाथ में संभाली और तब 30 वर्षों तक शासन कर देशभर में न्यायप्रिय महारानी कहलाईं।

उन्होंने मल्हार राव के दत्तक पुत्र अपने विश्वसनीय सेनानी सूबेदार तुकोजीराव होलकर को सेना-प्रमुख बनाया था।

मालवा की महारानी के रूप में धर्म के संरक्षण और औद्योगीकरण को बढ़ावा दिया।

शिव भक्त होने के कारण देशभर के प्रमुख शिव मंदिरों का जीर्णोद्धार किया। संपूर्ण भारत में सैंकड़ों मंदिर और धर्मशाला का निर्माण कराया।

उन्होंने, हरिद्वार, काशी विश्वनाथ, अयोध्या, कांची, द्वारका, बद्रीनाथ आदि धार्मिक स्थलों को भी संवारा।

अहिल्याबाई की शासन व्यवस्था ऐसी थी कि लोगों ने उन्हें न्याय की देवी और संत की उपाधि भी दी।

अहिल्याबाई के बेटे मालोजी के रथ ने एक गाय के बछडे को कुचल दिया था। अहिल्याबाई ने सजा के तौर पर अपने ही बेटे को कुचलने का आदेश दिया परंतु गाय ने खड़े होकर मालोजी को बचा लिया।

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