क्या मान्यताएं हैं खुले बाल न रखने के पीछे? कब कटवा सकती हैं महिलाएं बाल, जानें-
webduniaकैकयी के खुले बाल से अयोध्या और द्रौपदी के खुले बाल से हस्तिनापुर का अमंगल हो गया था।
webduniaकहते हैं कि खुले बाल रखने से सोच-आचरण स्वछंद होने लगते हैं। यही नियम लंबे बाल रखने वाले पुरुषों पर भी लागू होता है।
webduniaऐसी मान्यता प्रचलित हैं कि बालों के द्वारा बहुत-सी तंत्र क्रियाएं होती हैं। इसलिए महिलाओं को बालों को अच्छे से बांधकर रखना चाहिए।
webduniaमान्यता है कि कोई महिला खुले बाल करके नदी, निर्जन या अशुद्ध स्थान से गुजरती है तो अनजान शक्ति के वश में आने का डर रहता है।
webduniaमहिलाएं बालाजी जैसे स्थान पर किसी मन्नत या संकल्प आदि के चलते केश मुंडन करवा सकती हैं।
webduniaकुछ समाजों में महिलाएं जब विधवा हो जाती हैं तब उनका केश मुंडन करवाया जाता है। यह अत्यंत गलत प्रथा है।
webduniaमहिलाएं जब संन्यास ग्रहण करती हैं तब उनका केश मुंडन कराया जाता है।
webduniaकिसी प्रकार का कोई रोग हो या बीमारी हो तो चिकित्सक की सलाह पर भी केश मुंडन कराया जाता है।
webduniaयह जानकारी प्रचलित मान्यताओं पर आधारित है। वेबदुनिया इसका समर्थन नहीं करता है।