दिवाली के ठीक दूसरे दिन भाई दूज का पर्व मनाते हैं लेकिन क्या आपको पता है यह पर्व क्यों मनाया जाता है

Social Media

स्कंद पुराण की कथा के अनुसार, भगवान सूर्य और उनकी पत्नी संज्ञा की मुख्य 2 संतान थीं।

Social Media

जिसमें बेटा यमराज और बेटी यमुना थी। यम पापियों को दंड देते थे। यमुना मन की निर्मल थीं।

Social Media

यमुना को लोगों की परेशानी देख दुख होता था इसलिए वो गोलोक में रहती थीं।

Social Media

एक दिन बहन यमुना ने भाई यमराज को गोलोक में भोजन के लिए बुलाया।

Social Media

बहन के घर जाने से पहले यम ने नरक के निवासियों को मुक्त कर दिया था।

Social Media

दूसरी कथा के अनुसार, भगवान कृष्ण राक्षस नरकासुर को हराने के बाद अपनी बहन सुभद्रा से मिलने गए थे।

Social Media

उपरोक्त 2 कथाओं के बाद ही से इस दिन को भाई दूज के रूप में मनाया जाने लगा।

Social Media

मान्यता है कि सुभद्रा की तरह भाई के माथे पर तिलक लगाकर सत्कार करने से भाई बहन के बीच प्रेम बढ़ता है।

Social Media

इस दिन श्रद्धापूर्वक अपने पापों की माफी मांगने पर यमराज क्षमा कर देते हैं।

Social Media

अन्नकूट महोत्सव कैसे मनाएं

Follow Us on :-