छठ पूजा से जुड़ी 10 बातें

छठ पूजा से जुड़ी कुछ अनजानी बातें जो शायद आप नहीं जानते होंगे। आइए जानते हैं...

Webdunia

मान्यता है कि रामायण और महाभारत के समय से छठ पूजा की जाती रही है।

पूजा में छठी मैया और सूर्य भगवान दोनों की आराधना की जाती है, जो जीवन में नई ऊर्जा और समृद्धि का प्रतीक है।

छठ पूजा में सूर्य को जल चढ़ाने की परंपरा न केवल धार्मिक रूप से बल्कि वैज्ञानिक रूप से भी लाभकारी है।

ये व्रत चार दिनों तक चलता है, जिसमें व्रती भोजन और जल का त्याग कर संयम का पालन करते हैं।

छठ पूजा का पहला दिन नहाय-खाय के नाम से जाना जाता है।

दूसरे दिन को खरना कहते हैं।

छठ पूजा के तीसरे और चौथे दिन अंधकार से प्रकाश की ओर यात्रा का प्रतीक माना जाता है।

इस पूजा के पारंपरिक लोक गीतों में छठी मैया और सूर्य देवता की महिमा का वर्णन होता है।

सूर्य को अर्घ्य देने से शरीर में प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी सहायक होती है।

छठ पूजा में ठेकुआ, चावल के लड्डू, और फलों का प्रसाद तैयार किया जाता है।

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