कैसे मनाते हैं छठ पूजा, जानें 7 कार्य

महिलाएं अपनी संतान की रक्षा और पूरे परिवार की सुख-शांति के लिए छठ का व्रत रखती हैं। जानें खास 7 कार्य-

webdunia

छठ पूजा में भगवान सूर्यदेव और छठी मैया की पूजा होती है।

षष्ठी तिथि को कठिन व्रत रखा जाता है तथा दूसरे दिन सप्तमी को इसका पारण होता है।

छठ पूजा के पहले दिन नहाय खाय अर्थात साफ-सफाई और शुद्ध शाकाहारी भोजन सेवन का पालन किया जाता है।

दूसरे दिन खरना अर्थात उपवास रखकर शाम को फल, गुड़ की खीर, घी लगी हुई रोटी का सेवन करते हैं और शाम को सूर्य को अर्घ्‍य देकर पूजा करते हैं।

सूर्यदेव की पूजा के बाद रात्रि में छठी माता के गीत गाए जाते हैं और व्रत कथा सुनी जाती है।

इसके बाद उषा अर्घ्य अर्थात सप्तमी के दिन सुबह सूर्योदय से पहले नदी के घाट पर पहुंचकर उगते सूर्य को अर्घ्य देते हैं।

पूजा के बाद कच्चे दूध का शरबत पीकर और थोड़ा प्रसाद खाकर व्रत को पूरा करते हैं, जिसे पारण या परना कहते हैं।

छठ महापर्व की शुभकामनाएं

भाई दूज पर तिलक लगाने का सबसे शुभ मुहूर्त

Follow Us on :-