ईसा मसीह के जीवन को लेकर विद्वानों में मतभेद हैं, जानें 10 दिलचस्प बातें-
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ईसा मसीह का जन्म 25 दिसंबर को हुआ था या बसंत की किसी तारीख को, इसको लेकर भी मतभेद है।
ईसा मसीह 13 वर्ष की उम्र से लेकर 29 वर्ष की उम्र तक कहां रहे? इसके बारे में बाइबल में उल्लेख नहीं मिलता।
ईसा मसीह की मातृभाषा हिब्रू थी या अरामीक इसको लेकर भी मतभेद हैं।
ईसा मसीह काले थे या गोरे? फॉरेंसिक साइंटिस्ट रिचर्ड नैवे के अनुसार उनका चेहरा बड़ा, काली आंखें, घुंघराले बाल और एक जंगली दाढ़ी के साथ उनके चेहरे का रंग गहरा गेहूंआ था।
ईसा मसीह के माता-पिता बेथलहम क्यों गए थे? क्या वे नाजरथ के थे? इसको लेकर भी विद्वानों में मतभेद हैं।
ईसा मसीह एक मसीहा थे या कि राज्य के विद्रोही? इसको लेकर भी मतभेद हैं। उन पर नबूवत का दावा करने और रोमनों के खिलाफ विद्रोह करने का आरोप था।
वह सूली पर लटकाने के बाद बचा लिए गए थे या नहीं? इसको लेकर भी मतभेद हैं। एक वर्ग मानता हैं कि वे बच गए थे।
रविवार के दिन सिर्फ एक स्त्री (मेरी मेग्दलीन) ने उन्हें उस गुफा के पास जीवित देखा जिसके अंदर उनका शव रखा गया था।
मेरी मेग्दलीन कौन थी? उनकी शिष्या थी, प्रेमिका थी या पत्नी? इस बात को लेकर भी मतभेद हैं।
कई शोधकर्ताओं का मानना है कि सूली से बचने के बाद वे भारत आ गए थे और यहां वे करीब 100 वर्ष की उम्र तक तक जीवित रहे। कश्मीर में उनकी कब्र है।