इस बार श्री कृष्ण का 5250 वां जन्मोत्सव मनाया जाएगा। आओ जानते हैं कि बाल कृष्ण को किन-किन वस्तुओं से सजाया जाता है।
सबसे पहले बाल कृष्ण के लिए झूला सजाकर उसमें रेशमी या मखमली तकिये, गादी और रजाई रखकर कान्हा जी को तैयार कर झूले में बैठाएं।
बाजार में सुंदर-सुंदर डिजाइन की ड्रेस मिलती है जिसमें मीनाकारी, जरदोजी की हुई होती है। पीले वस्त्र में हरी डिजाइन होती है।
सिर पर छोटी उसी रंग और डिजाइन की पगड़ी होती है जिस रंग या डिजाइन के वस्त्र होते हैं। कान्हा जी को पगड़ी पहनाकर जिसमें मोर पंख लगाएं।
कान्हा जी के हाथों में छोटी-सी सुंदर बांसुरी होती है। उनके हाथों की यह बांसुरी भी अच्छे से रेशमी धागों से सजी होती है।
कान्हा जी के हाथों में कड़े डालें जो सोने, चांदी या मेटल के भी हो सकते हैं। बाजुओं में बाजूबंद पहनाएं।
ठाकुर जी के कानों में मोती, चांदी या सोने के कुंडल पहनाए जाते हैं।
उनके पैरों में चांदी की पाजेब या पायल पहनाएं। कमर में चांदी या काले रेशमी धागे का ही कमरबंध बांधें।
ठाकुर जी को वैजयंती की माला या मोतियों की माला पहनाएं।
कान्हा जी के माथे पर सुंदर सा चमकता हुआ टीका लगाए। बाजारों में बना बनाया टीका मिलता है।
ठाकुर जी की आंखों में काजल लगाएं।