दक्षिण में पैर करके क्यों नहीं सोना चाहिए...
दक्षिण दिशा में दक्षिणी ध्रुव है और हमारे शरीर की ऊर्जा पैर की ओर से बहती है।
इस दिशा में पैर करके शवों को इसलिए रखते हैं ताकी संपूर्ण ऊर्जा बाहर निकल जाए।
शारीरिक ऊर्जा का क्षय होने से जब व्यक्ति सुबह उठता है तो थकान महसूस करता है।
दक्षिण दिशा की ओर ऋणात्मक प्रवाह रहता है। यदि उधर पैर रखकर सोएंगे तो अनिद्रा की समस्या होगी...
दक्षिण में पैर रखकर सोने से निराशा, भय, आशंका, आलस्य, बुरे स्वप्न का विकास होता है।
दक्षिण दिशा में पैर करके सोने से हानि, स्मृति भ्रम, मृत्यु और रोग का भय रहता है।
दक्षिण दिशा में मंगल ग्रह है। इस दिशा में पैर करके सोने से भी मंगल दोष उत्पन्न होता है।
दक्षिण दिशा में पैर करके सोने से मस्तिष्क में रक्त का संचार कम को जाता है।
दक्षिण में पैर करके सोने से अपच सहित कई गंभीर शारीरिक रोग का क्रमिक विकास होने लगता है।
दक्षिण में यम, यमदूतों और दुष्टों का निवास होता है।