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आग की लपटों में झुलस रहीं उम्मीदें

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खरगोन , गुरुवार, 5 अप्रैल 2012 (00:56 IST)
केवल सूचना भर मिलते ही लोगों की सेवा के लिए तत्पर रहने वाले दमकलकर्मियों की उम्मीदें झुलस रही हैं। संसाधनों और स्टाफ की कमी से जूझ रहे दमकलकर्मियों की समस्याओं के निराकरण के लिए नगर पालिका ने कई बार आश्वासन दिए, परंतु स्थिति जस की तस है। बुधवार को शहर की एक जीनिंग में लगी आग बुझाने के दौरान दमकलकर्मियों को फिर समस्याओं से दो-चार होना पड़ा। बिस्टान रोड स्थित गंगादास जीनिंग में शार्ट सर्किट के बाद आग लग गई। आग ने कपास गठानों के संपर्क में आते ही बड़ा रूप धारण कर लिया। जीनिंग के भीतरी क्षेत्र के साथ ही बाहर रखे कचरा भी जलकर राख हो गया। सूचना मिलने के बाद नपा में उपलब्ध दो दमकल वाहनों के साथ एक टैंकर मौके पर पहुँचा और आग को काबू में किया। जीनिंग मालिक संजय मित्तल ने बताया कि आग से बड़ी क्षति हुई है। आकलन किया जा रहा है। नपा में दमकलकर्मियों के रूप में दो नियमित कर्मचारी सहायक के रूप में पदस्थ हैं। इनके अलावा 6 चालक और 4 सहायक दैनिक वेतनभोगी के रूप में कार्यरत है। चालक अनवर बाबा ने बताया कि नपा ने एक वर्ष पूर्व वर्दी, दस्ताने, जूते और हेलमेट देने का आश्वासन दिया था। इनमें से सिर्फ हेलमेट दिए गए, वह भी वाहन चलाने के दौरान उपयोग में आने वाले। दमकलकर्मियों को आग बुझाने का प्रशिक्षण देने की बात भी कही थी, पर अमल नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि स्टाफ की कमी के कारण भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। 12 घंटे की ड्यूटी के अलावा छुट्टी भी नहीं मिल पाती है। लगातार काम करने में परेशानी आती है। निमाड़ बड़ा कपास उत्पादक क्षेत्र है। इस जिले में कई जीनिंग-प्रेसिंग फैक्टरियाँ भी हैं, जहाँ आगजनी की घटनाएँ होती रहती है। कई बार दूरस्थ क्षेत्रों में आग लगने पर भी यहाँ के दमकल वाहनों को पहुँचना पड़ता है। जिला मुख्यालय के आसपास के क्षेत्र के साथ ही सेगाँव व भगवानपुरा क्षेत्र के ग्रामों में होने वाली घटनाओं के दौरान भी इन्हीं दमकलों की सेवाएँ ली जाती हैं। शहरी क्षेत्र की सँकरी गलियों में लगने वाली आग को बुझाने के लिए मिनी फाइटर की माँग भी वर्षों पुरानी है। इस संबंध में मुख्य नपा अधिकारी डॉ. एसआर यादव ने बताया कि दमकलकर्मियों को गत वर्ष वर्दी व हेलमेट उपलब्ध कराए गए थे। दमलकर्मियों की समस्याओं को दूर करने के साथ ही स्टाफ की कमी को दूर किया जाएगा।


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