खास प्रतियाँ : इस अभियान में बाँटी जाने वाली कुरान की प्रतियों को खास तौर पर छपवाया गया है। इसमें कुल 1150 पन्ने हैं और एक प्रति की लागत है 78 डॉलर या करीब 4 हजार रुपए। लेकिन अमेरिकी नेताओं को यह प्रतियाँ मुफ़्त भेंट की जाएँगी। आम लोगों को इसके लिए सिर्फ 9 डॉलर या करीब 500 रुपए डाक से भेजने होंगे। इस अभियान में केयर ने अमेरिकी मुसलमानों से अपील की है कि वो खुद 45 डॉलर में कुरान की इन प्रतियों को खरीद कर अपने शहर और राज्य के स्तर पर भी नेताओं को भेंट करें। जिन अमेरिकी नेताओं को मुफ्त कुरान भेंट की जानी है, उनमें अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, अमेरिकी उपराष्ट्रपति जोसेफ बाइडन और अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैन्सी पेलोसी भी शामिल हैं। बराक ओबामा, जोसेफ बाइडन और नैन्सी पेलोसी को भेंट की जाने वाली प्रतियों को चुनने के लिए उन अमरिकियों के नाम की लॉटरी निकाली गई जिन्होंने इस अभियान के तहत कुरान की प्रतियों को प्रायोजित किया। फिलेडेल्फिया के रफी पुनेकर को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को कुरान भेंट करने के लिए चुना गया है। अमेरिका के उपराष्ट्रपति जोसेफ बाइडन को कुरान भेंट करने के लिए नॉर्थ केरोलाइना की एक महिला डार्लिन मे को चुना गया है, जबकि नईमा सलीम नामक मेरीलैंड की एक प्रायोजक महिला को अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैन्सी पेलोसी को कुरान भेट करने के लिए चुना गया है।
दस लाख कुरान : लेकिन क़ुरान की प्रतियाँ बाँटने का यह अभियान यहीं नहीं रुकेगा। इसी अभियान के तहत केयर की अगले दस सालों में 10 लाख कुरान की प्रतियाँ आम अमेरीकियों में भी बाँटने की योजना है।
इस तरह यह अभियान अमेरिका के इतिहास में इस्लाम के बारे में आम लोगों के बीच जानकारी बढ़ाने के मकसद से शुरू किया जाने वाला सबसे बड़ा अभियान कहा जा रहा है।
खास तौर पर छापी गई कुरान की इन प्रतियों में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के भाषणों में प्रयोग की गई कुरानी आयतों को रेखांकित किया गया है।
इन प्रतियों में खासकर ऐसी आयतों और अध्यायों को भी प्रमुखता दी गई है जिनमें महिलाओं के अधिकारों, सामाजिक न्याय और दूसरे धर्मों का आदर करने की भी बात कही गई है।
इसके अलावा ऐसी आयतों को भी रेखांकित किया गया है जिनका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न धर्मों के लोगों के बीच भाईचारा बढ़ाने के लिए प्रयोग किया जा सके।
इस अभियान में कुरान की जिन प्रतियों का वितरण किया जा रहा है उनमें अरबी भाषा के साथ-साथ अंग्रेजी भाषा में उसका अनुवाद भी छपा है। इसके अलावा अरबी भाषा को रोमन इंग्लिश में भी लिखा गया है और अलग-अलग आयतों और अध्यायों के बारे में खास तौर पर टिप्पणियाँ भी लिखी गई हैं।