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जिद्दी और मेहनती सी श्रद्धा कपूर

रवि आर. शाह

हमें फॉलो करें जिद्दी और मेहनती सी श्रद्धा कपूर
, शनिवार, 20 अगस्त 2011 (16:02 IST)
भले ही ये उस "लाल भभूके टिपिकल कपूर्स" में से न हों लेकिन हैं तो एक और कपूर खानदान की चश्मोचिराग ही। जी हाँ.. "आऊ" फेम शक्ति कपूर की लाड़ली बिटिया श्रद्धा बॉक्स ऑफिस पर अपने कुछ कदमों के लड़खड़ाने के बाद अब आगे की सोच रही हैं।

"तीन पत्ती" में अपने रोल के लिए मिले प्रतिसाद के बारे में श्रद्धा का कहना था- "मेरा रोल फिल्म में काफी छोटा था लेकिन वह मायने रखता था। लोगों ने फिल्म देखने के बाद मुझे कहा कि रोल लंबा होता तो और भी अच्छा लगता।" हालाँकि बाद में इन्हीं श्रद्धा ने यह भी कहा कि फिल्म के पिट जाने का उन्हें बेहद दुख है। लोगों को फिल्म बिलकुल अच्छी नहीं लगी..लेकिन इसी का नाम तो जिंदगी है। अब यह श्रद्धा ही जानें कि इनमें से सच क्या है?

इन सबसे परे उन्हें इस बात ने भी बेहद खुशी और रोमांच से भर दिया कि उन्होंने "बिग बी" के साथ काम किया। फिलहाल उन्होंने "यशराज" ग्रुप की तीन फिल्मों का अनुबंध साइन किया है। जिसमें से "लव का दी एंड" दर्शकों के सामने आकर गुजर चुकी है। इस फिल्म ने भी पर्दे पर कुछ खास कमाल नहीं दिखाया। पर अब श्रद्धा अगले टास्क की तैयारी में हैं।

वे अपने दम पर कुछ करना चाहती हैं और साफ कहती हैं कि उन्होंने पहली फिल्म भी अपने पिता या मौसी (पद्मिनी कोल्हापुरे) के नाम पर नहीं, बल्कि अपनी काबिलियत के बल पर पाई थी और यशराज समूह की फिल्में भी उन्हें बाकी लोगों की तरह ऑडीशन देने के बाद ही मिली हैं। इनके लिए कोई जैक नहीं लगाया गया। हाँ, एक्टिंग जरूर उन्होंने पापा और मौसी से सीखी है।

लेकिन वे इस बात से इंकार नहीं करतीं कि शक्ति कपूर की बेटी होने के कारण उन्हें मीडिया ने भी तवज्जो दी और इसी वजह से इंडस्ट्री में भी उनके काफी "कनेक्शन्स" हैं। पर हाँ, पिता और मौसी के नामवर होने का खामियाजा भी है... बकौल श्रद्धा "लोग मुझे पापा या मौसी से "कम्पेयर" (!) करने लगते हैं। और मेरा मानना है कि अगर मुझमें उन दोनों के टैलेंट का "दो परसेंट" हिस्सा भी है, तो मैं खुशनसीब हूँ। वैसे मैं अपने काम से बहुत प्यार करती हूँ। और जब आप किसी चीज़ से प्यार करते हैं तो अपना सौ प्रतिशत दे सकते हैं। मैं मेहनत से नहीं डरती। मेरे अंदर नया सीखने की प्यास है।"

शायद यही कारण है कि ऊँचाई से डरने वाली श्रद्धा ने "लव का दी एंड" में हील के जूते पहनकर बेहद ऊँचाई पर खड़े रहने का एक सीन भी हिम्मत करके पूरा किया और उसके बाद उन्होंने अपने डर पर भी काबू पा लिया। श्रद्धा सभी तरह के रोल करने में रुचि रखती हैं। वे "टाइप्ड" होकर नहीं रहना चाहतीं। इसके अलावा वे संजय लीला भंसाली, करण जौहर, इम्तियाज़ अली तथा अनुराग कश्यप के साथ काम करने की ख्वाहिश भी रखती हैं।

अंग्रेजी फिल्मों में श्रद्धा "हनी आय श्रंक द किड्स", "द लॉयन किंग" तथा "हनी आय ब्लू अप द किड" जैसी फिल्मों की दीवानी हैं तो हिन्दी में उन्हें "अंदाज अपना अपना", चालबाज" तथा "राजा बाबू" ने इंप्रेस किया है। ये फिल्में वे हजारों बार देख चुकी हैं।
हालिया स्टार्स में उन्हें रणबीर कपूर, प्रियंका चोपड़ा तथा विद्या बालन बेहद पसंद हैं। वे मानती हैं कि रणबीर ने तो काफी कम समय में अपनी प्रतिभा के दम पर इंडस्ट्री में बड़ा मुकाम बना लिया है।

श्रद्धा मानती हैं कि अगर उनके दिमाग में ये बात आ जाए कि कोई काम उन्हें करना ही है, तो उसे वे पूरा करके ही दम लेती हैं। "मेरे माता-पिता मुझे जिद्दी कहते हैं लेकिन मैं जानती हूँ कि यही वह चीज है जो मुझे जिंदगी में आगे ले जाएगी"- हँसते हुए वे कहती हैं।

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