जमाल का बचपन मुंबई की झोपड़ पट्टियों में बीता था। अमिताभ का फैन जमाल एक बार तो अमिताभ का आटोग्राफ पाने के लिए गंदे नाले में डुबकी भी लगा लेता है। मुंबई दंगों में अपनी माँ की मौत के बाद जमाल अपने भाई व लतिका (फ्रिडा पिन्टो) नाम की एक लड़की के साथ जिसने दंगों में अपने परिवार को गँवाया है, उन लोगों के हाथ लग जाते हैं, जो मुंबई में बच्चों से भीख मँगवाते हैं। किसी तरह जमाल और सलीम इन लोगों के चंगुल से भाग निकलते हैं, लेकिन लतिका उनके साथ नहीं भाग पाती है। दोनों भाई भागकर आगरा पहुँचते हैं, लेकिन वहाँ पर भी नसीब को साथ देता हुआ न देख दोनों वापस मुंबई का रुख करते हैं। जमाल लतिका को अब तक भूला नहीं है। वह हर दिन उसे ढूँढने के लिए निकल पड़ता है, आखिर में एक अंधे भिखारी बच्चे की मदद से वह लतिका तक पहुँच जाता है जो बदकिस्मती से अब मुंबई के रेडलाइट एरिया में पहुँच गई है। दोनो भाई उसे वहाँ से छुड़वाते हैं पर इस दौरान सलीम के हाथों एक हत्या हो जाती है और जमाल एक बार फिर अपने प्यार और भाई को खो देता है।
अब जमाल युवा हो चुका है, वह एक बहुत बड़े कॉल सेन्टर में मामूली चाय वाले की नौकरी करता है। कभी-कभी वह खुद भी कॉल सेन्टर के कर्मचारियों का काम संभाल लेता है। कई सालों के बाद वह अपने बड़े भाई को फिर से मिलता है जो अब जावेद भाई (महेश माँजरेकर) के लिए काम करता है। जावेद भाई के पास उसका प्यार लतिका है। इसी बीच जमाल को 'हू बिकम मिलियनेयर' से न्योता मिलता है और आखिर में वह पैसों के साथ-साथ अपने प्यार को पाने में भी सफल होता है।