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क्रिकेट अंपायर बनने की प्रक्रिया?

हमें फॉलो करें क्रिकेट अंपायर बनने की प्रक्रिया?
, शनिवार, 31 जनवरी 2009 (15:45 IST)
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मैं क्रिकेट अंपायर बनना चाहता हूँ, इसकी क्या प्रक्रिया है? लक्ष्मण पाराशर, पिछोर (शिवपुरी) अभय चौहान, सांकरा (महासमुंद)
- क्रिकेट अंपायर बनने के लिए आपमें सहनशीलता, धैर्य, ईमानदारी एवं शीघ्र निर्णय-क्षमता जैसे गुण होने चाहिए। इस हेतु क्रिकेट की अच्छी जानकारी भी आवश्यक है।

व्यावसायिक तौर पर अंपायर बनने हेतु आपको स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय या क्लब लेवल (अंडर-16), अंडर-19 (सिटी), अंडर-19 (जोनल) आदि स्तर पर क्रिकेट का अनुभव होना चाहिए। इसके साथ ही आपको खेल के नियम सीखने की आवश्यकता होती है और स्थानीय क्लब या स्कूल लेवल, जूनियर लेवल आदि मैचों में अंपायरिंग का अनुभव भी जरूरी है।

अगर आप स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन बोर्ड द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षा पास कर लेते हैं तो स्टेट लेवल मैचों के अंपायर बनने की योग्यता प्राप्त कर लेने के बाद आप रणजी ट्रॉफी स्तर पर होने वाले अंपायरिंग लेवल टेस्ट दे सकते हैं। रणजी ट्रॉफी स्तर पर 5 वर्ष अंपायरिंग करने के बाद आप ऑल इंडिया अंपायरिंग टेस्ट, जो भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा आयोजित की जाती है, में शामिल हो सकते हैं। यह परीक्षा उत्तीर्ण कर आप राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग कर सकते हैं।

कृपया मुझे जापानी भाषा सिखाने वाले प्रमुख संस्थानों की जानकारी दें। अंकित नेताम, करंगी (बिलासपुर)
- जापानी भाषा के लिए विश्व भारती विश्वविद्यालय, शांति निकेतन तथा इंडो-जापान सेंटर, चेन्नई प्रमुख अध्ययन केंद्र हैं।

ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट का कोर्स करना चाहता हूँ। कृपया मार्गदर्शन दें। गोपाल सेन, मनावर (धार)
- ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट का कोर्स करने के उपरांत एयरलाइंस, रेलवे, रोड ट्रांसपोर्ट व मर्चेंट नेवी में रोजगार के अवसर उपलब्ध हैं। आंध्रा वि.विद्यालय ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट में पीजी डिप्लोमा कोर्स करवाता है। इसके अलावा इंस्टीट्यूट ऑफ रेल ट्रांसपोर्ट, रूम नं. 17, रेल भवन, नईदिल्ली द्वारा भी एक वर्ष का मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट एवं लॉजिस्टिक मैनेजमेंट डिप्लोमा कोर्स पत्राचार द्वारा करवाया जाता है।

मप्र के जिला न्यायालयों में सहायक ग्रेड-3 के रिक्त पदों की भर्ती हेतु प्रारंभिक परीक्षा में किस प्रकार के प्रश्न पूछे जाएँगे तथा उन प्रश्नों की तैयारी कैसे की जा सकती है? राधेश्याम दांगी, जबलपुर संदीप आचार्य, बड़वानी
- मध्यप्रदेश के जिला न्यायालयों में सहायक ग्रेड-3 के 1115 रिक्त पदों पर भर्ती हेतु प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य ज्ञान, अँगरेजी ज्ञान, हिन्दी ज्ञान तथा कम्प्यूटर ज्ञान से संबंधित वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाएँगे। इस परीक्षा की तैयारी हेतु आप प्रतियोगी परीक्षाओं की मासिक पत्रिका प्रतियोगिता निर्देशिका के मार्च 2009 के अंक में दिए गए मॉडल प्रश्नपत्रों को आधार बना सकते हैं।

मैं दृष्टिहीन हूँ। क्या मैं सिविल सेवा परीक्षा में बैठ सकता हूँ? श्रीकांत भावसार, इंदौर
- दृष्टिहीन उम्मीदवारों को सिविल सेवा परीक्षा में बैठने पर कोई प्रतिबंध नहीं है। दृष्टिहीनों को विकलांग कोटे के तहत आरक्षण की सुविधा भी मिलती है तथा उम्मीदवारों को परीक्षा अवधि में भी आधे घंटे का अतिरिक्त समय दिया जाता है।

मैंने जीव विज्ञान समूह से बीएससी की है। क्या मेरे लिए मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव (एमआर) अच्छा करियर विकल्प हो सकता है? धर्मेन्द्र श्रीवास्तव, बुरहानपुर
- जीव विज्ञान समूह से बीएससी उत्तीर्ण छात्रों के लिए मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव का कार्य अच्छा करियर विकल्प है। यदि आपमें जनसंपर्क कला, अच्छी अँगरेजी के साथ भ्रमण करते रहने की अभिरुचि हो तो इस क्षेत्र में जाना उपयुक्त होगा।

भारतीय तटरक्षक बल में नाविक बनने हेतु क्या योग्यताएँ होनी चाहिए? माजिद खाद, बीना (सागर) आलोक झा, डबरा (ग्वालियर)
- भारतीय तटरक्षक बल में दसवीं उत्तीर्ण अभ्यर्थी जिनकी आयु 22 वर्ष से अधिक न हो, वे नाविक के तौर पर जनरल ड्यूटी ब्रांच में शामिल हो सकते हैं। इस हेतु आपकी शारीरिक योग्यता भी देखी जाती है।

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