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आईटी में हैं अपार संभावनाएँ

हमें फॉलो करें आईटी में हैं अपार संभावनाएँ
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-अनय साब
इन्‍फॉर्मेशन टेक्‍नोलॉजी यानी आईटी की आज हर तरफ बल्ले-बल्ले है। हर क्षेत्र में कम्प्यूटर की सहायता से तेजी और कहीं अधिक शुद्धता से काम हो रहा है।

आईटी के तहत आकर्षक करियर के असंख्य क्षेत्र सामने आए हैं, जिनमें दक्ष लोगों की माँग लगातार बढ़ रही है। लेकिन मुश्किल यह है कि आईटी उद्योग को कुशल लोगों की कमी से जूझना पड़ रहा है।

हाल ही में नैस्काम के अध्यक्ष किरण कार्निक ने कहा कि अकेले भारत में आईटी के क्षेत्र में प्रशिक्षित कर्मियों की माँग एवं उपलब्धता में करीब पाँच लाख का अंतर है।

इस कमी को पूरा करने के लिए छोटे शहरों में प्रतिभाओं की खोज करनी होगी, जिससे कि यह उद्योग लगातार प्रगति करता रहे।

इंफोसिस जैसी प्रमुख कंपनियाँ भी इस कमी पर चिंता जता चुकी हैं। ऐसी स्थिति में यह समझा जा सकता है कि युवाओं के लिए यह क्षेत्र कितनी संभावनाओं से भरा हुआ है।

मौजूदा दौर में आईटी के तहत आने वाले कम्प्यूटर हार्डवेअर, नेटवर्किंग, सॉफ्टवेयर एवं डेटाबेस मैनेजमेंट आदि ऐसे क्षेत्र हैं, जिनकी डिमांड तेजी से बढ़ रही है।

अब वह जमाना नहीं रहा जब लोग बड़ी-बड़ी डिग्रियाँ लेने के बाद ही आईटी क्षेत्र में प्रवेश करते थे। अब तो कई उपयोगी पाठ्यक्रम बारहवीं या ग्रेजुएशन के बाद भी उपलब्ध हैं। इनकी अवधि एक से तीन साल के बीच होती है। इनमें प्रमुख हैं-

कम्प्यूटर हार्डवेअर
डाटा केस्ट के अनुसार पिछले वर्ष देश में 40 लाख नए कम्प्यूटर खरीदे गए। कम्प्यूटरों की बढ़ती संख्या के साथ कम्प्यूटर हार्डवेअर इंजीनियरों की माँग भी तेजी से बढ़ रही है और आने वाले दिनों में यह और बढ़ेगी।

आज देश में प्रति 300 कम्प्यूटरों पर एक इंजीनियर है, जबकि वास्तव में प्रति 40-50 कम्प्यूटरों पर एक हार्डवेअर इंजीनियर की जरूरत होगी और यह जरूरत विशेषकर चिप लेवल पर हार्डवेअर की जानकारी एवं प्रशिक्षण के माध्यम से ही संभव है।

हार्डवेअर स्पेशलिस्ट बनकर 6-8 हजार रुपए आसानी से कमाए जा सकते हैं जबकि कुछ अनुभव के बाद10-12 हजार रुपए की अच्छी नौकरी पाई जा सकती है।

नेटवर्किंग
सूचना तकनीक को गतिशील बनाने के लिए जरूरी है कि कम्प्यूटरों को आपस में जोड़ा जाए। इसी कारण आज के आईटी युग में नेटवर्किंग के द्वारा कम्प्यूटरों को जोड़ना सबसे अहम है।

भारत जैसे देश में जहाँ तेजी से कम्प्यूटरीकरण हो रहा है, इस तकनीक की उपयोगिता काफी बढ़ जाती है। घरेलू बाजार में नेटवर्किंग सर्विसेज तथा इसके चलते प्रोफेशनल की माँग तेजी से बढ़ रही है।

इस क्षेत्र में क्लाइंट की नेटवर्किंग संबंधी जरूरतों का अध्ययन करने के बाद उसके संस्थान में उपयुक्त नेटवर्किंग सॉफ्टवेयर तथा हार्डवेअर इंस्टॉल किया जाता है।

नेटवर्किंग में आने वाली किसी खराबी को भी नेटवर्किंग के एक्सपर्ट दूर करते हैं। लगभग सभी कंपनियों में नेटवर्किंग की सेवाओं के सुचारु संचालन के लिए विशेषज्ञ नियुक्त किए जाते हैं।

इस क्षेत्र में काम करने के लिए नेटवर्किंग सॉफ्टवेयर के साथ मॉडम, हब, राउटर, नेटवर्क वायरिंग जैसे उपकरणों की जानकारी भी होनी चाहिए। लैन, वैन, मैन तथा नेटवर्क सिक्योरिटी सिस्टम की विस्तार से जानकारी भी आवश्यक है।

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