पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी ने भारत के पहले मानवरहित अंतरिक्षयान चन्द्रयान-प्रथम के सफल प्रक्षेपण को अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में भारत की बड़ी उपलब्धि बताया है।
वाजपेयी ने बुधवार को कहा यह कामयाबी हमारे वैज्ञानिकों के आत्मनिर्भर प्रयासों का परिणाम है। यह इस अभियान का प्रशंसनीय पहलू है। मुझे विश्वास है कि चन्द्रयान- प्रथम चन्द्रमा पर एकत्र होने वाली वैज्ञानिक जानकारी के अलावा हमारी युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का एक प्रकाशस्तंभ बनेगा तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत द्वारा किए जा रहे अन्य महान कार्यों के लिए एक सोपान का काम भी करेगा।
उन्होंने कहा वे इस बात के लिए विशेष रूप से खुश हैं कि यह परियोजना जिसकी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग सरकार) द्वारा योजना बनाई गई थी, फलीभूत हुई है।
वाजपेयी ने कहा इस परियोजना की सन् 2003 में राष्ट्र के नाम अपने स्वतंत्रता दिवस संबोधन में घोषणा करने का सौभाग्य मुझे प्राप्त हुआ था। पूर्व प्रधानमंत्री ने इस ऐतिहासिक सफलता पर इसरो के अध्यक्ष जी. माधवन नायर और मिशन से जुड़े अन्य वैज्ञानिकों व इंजीनियरों को हार्दिक बधाई दी है।